Wednesday, 14 August 2024

कविता. ५२३४. सपनों को एहसासों की।

                            सपनों को एहसासों की।

सपनों को एहसासों की कहानी सरगम दिलाती है दिशाओं संग आशाओं की मुस्कान पहचान दिलाती है लम्हों को अरमानों की समझ सहारा दिलाती है।

सपनों को एहसासों की कोशिश सौगात दिलाती है राहों संग आवाजों की धून अफसाना दिलाती है दास्तानों को अंदाजों की परख सहारा दिलाती है।

सपनों को एहसासों की रोशनी आस दिलाती है जज्बातों संग नजारों की उमंग खयाल दिलाती है अदाओं को उजालों की सुबह सहारा दिलाती है।

सपनों को एहसासों की समझ तलाश दिलाती है लहरों संग अल्फाजों की कहानी इशारा दिलाती है उम्मीदों को कदमों की आहट सहारा दिलाती है।

सपनों को एहसासों की सोच लम्हा दिलाती है अफसानों संग अरमानों की पुकार उम्मीद दिलाती है तरानों को आशाओं की कहानी सहारा दिलाती है।

सपनों को एहसासों की अदा पहचान दिलाती है इरादों संग किनारों की सोच नजारा दिलाती है खयालों को दिशाओं की तलाश सहारा दिलाती है।

सपनों को एहसासों की सुबह सपना दिलाती है नजारों संग बदलावों की उमंग लहर दिलाती है आवाजों को राहों की रोशनी सहारा दिलाती है।

सपनों को एहसासों की आवाज पुकार दिलाती है अरमानों संग लम्हों की अहमियत अफसाना दिलाती है किनारों को अल्फाजों की सोच सहारा दिलाती है।

सपनों को एहसासों की सोच उजाला दिलाती है खयालों संग नजारों की सुबह बदलाव दिलाती है कदमों को लहरों की पहचान सहारा दिलाती है।

सपनों को एहसासों की आस अल्फाज दिलाती है अंदाजों संग खयालों की समझ अरमान दिलाती है आवाजों को इरादों की सौगात सहारा दिलाती है।

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