Saturday, 5 April 2025

कविता. ५४६८. उम्मीद की राह अक्सर।

                           उम्मीद की राह अक्सर।

उम्मीद की राह अक्सर आवाजों की धून दिलाती है कदमों को अल्फाजों की कोशिश दास्तान सुनाती है एहसासों को दिशाएं देकर जाती है।

उम्मीद की राह अक्सर सपनों की पुकार दिलाती है उजालों को अरमानों की सोच अफसाना सुनाती है इरादों को दिशाएं देकर जाती है।

उम्मीद की राह अक्सर आशाओं की महफिल दिलाती है बदलावों को धाराओं की समझ इशारा सुनाती है तरानों को दिशाएं देकर जाती है।

उम्मीद की राह अक्सर अरमानों की सौगात दिलाती है नजारों को लम्हों की सरगम एहसास सुनाती है अफसानों को दिशाएं देकर जाती है।

उम्मीद की राह अक्सर अंदाजों की परख दिलाती है इशारों को जज्बातों की आहट अहमियत सुनाती है खयालों को दिशाएं देकर जाती है।

उम्मीद की राह अक्सर दास्तानों की उमंग दिलाती है लहरों को किनारों की मुस्कान अरमान सुनाती है उजालों को दिशाएं देकर जाती है।

उम्मीद की राह अक्सर एहसासों की आस दिलाती है लम्हों को बदलावों की रोशनी पहचान सुनाती है किनारों को दिशाएं देकर जाती है।

उम्मीद की राह अक्सर तरानों की कोशिश दिलाती है एहसासों को नजारों की समझ तलाश सुनाती है अरमानों को दिशाएं देकर जाती है।

उम्मीद की राह अक्सर अल्फाजों की दुनिया दिलाती है तरानों को इशारों की सरगम सपना सुनाती है जज्बातों को दिशाएं देकर जाती है।

उम्मीद की राह अक्सर उजालों की पुकार दिलाती है अंदाजों को नजारों की पहचान आवाज सुनाती है बदलावों को दिशाएं देकर जाती है।

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कविता. ५४७६. किनारों को कदमों की।

                          किनारों को कदमों की। किनारों को कदमों की सौगात तलाश दिलाती है अफसानों की सोच अक्सर पहचान दिलाती है आशाओं की महफिल ...