Sunday, 6 April 2025

कविता. ५४६९. किनारों की कोशिश अक्सर।

                         किनारों की कोशिश अक्सर। 

किनारों की कोशिश अक्सर आवाज सुनाती है अरमानों से सपनों की लहर अल्फाज सुनाती है तरानों की अहमियत देती है।

किनारों की कोशिश अक्सर मुस्कान सुनाती है एहसासों से आशाओं की तलाश पुकार सुनाती है अदाओं की अहमियत देती है।

किनारों की कोशिश अक्सर इशारा सुनाती है अफसानों से लम्हों की सुबह खयाल सुनाती है जज्बातों की अहमियत देती है।

किनारों की कोशिश अक्सर सोच सुनाती है धाराओं से नजारों की पहचान उमंग सुनाती है बदलावों की अहमियत देती है।

किनारों की कोशिश अक्सर सौगात सुनाती है सपनों से राहों की तलाश एहसास सुनाती है कदमों की अहमियत देती है।

किनारों की कोशिश अक्सर अफसाना सुनाती है अरमानों से अंदाजों की सुबह सरगम सुनाती है उजालों की अहमियत देती है।

किनारों की कोशिश अक्सर बदलाव सुनाती है उजालों से इरादों की आवाज अफसाना सुनाती है दिशाओं की अहमियत देती है।

किनारों की कोशिश अक्सर तराना सुनाती है इशारों से कदमों की मुस्कान उम्मीद सुनाती है अफसानों की अहमियत देती है।

किनारों की कोशिश अक्सर उमंग सुनाती है खयालों से अल्फाजों की आस इरादा सुनाती है लहरों की अहमियत देती है।

किनारों की कोशिश अक्सर नजारा सुनाती है दास्तानों से बदलावों की पुकार पहचान सुनाती है लम्हों की अहमियत देती है।



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कविता. ५४७६. किनारों को कदमों की।

                          किनारों को कदमों की। किनारों को कदमों की सौगात तलाश दिलाती है अफसानों की सोच अक्सर पहचान दिलाती है आशाओं की महफिल ...