Sunday, 9 June 2019

कविता. २९२३. हर खयाल को जब मन छूं लेता है।

                                                 हर खयाल को जब मन छूं लेता है।
हर खयाल को जब मन छूं लेता है जीवन का इशारा होता है हर राह के सरगम संग अक्सर जीवन कि एक धून का सहारा होता है कदमों कि आहट संग आशाओं का किनारा मिलता है हर किस्से संग राहों मे दिशाओं का सहारा मिलता है किसी कोशिश से जुडकर कदमों का इरादा बनता है जो नजारों कि पुकार को उजालों का सहारा देकर चलता है हर आवाज संग तलाश का इशारा मिलता है जो राह नयीसी देता है।
हर खयाल को जब मन छूं लेता है जीवन का सहारा होता है हर अंदाज के राहों संग अक्सर जीवन कि एक दास्तान का किनारा होता है जज्बातों कि दुनिया संग हवाओं का सहारा मिलता है हर अंदाज संग आशाओं मे लहरों का इरादा मिलता है किसी एहसास से मिलकर आशाओं का इशारा बनता है जो कदमों कि आहट को जज्बातों का परिंदा देकर चलता है आसमान कि उंचाई को मन धरती से ही छूं कर इरादा देता है जो राह नयीसी देता है।
हर खयाल को जब छूं लेता है जीवन का इरादा होता है हर आवाज के धून संग अफसाने कि उम्मीद एक तराना देता है आशाओं कि कोशिश को एहसासों का बहाना देता है आवाजों को इरादों कि दुनिया सहारे देती है दास्तानों को कदमों कि आहट इशारे देती है कदमों को जज्बातों कि सोच सपनों कि दिशाएं देती है किनारों को लहर का सपना देकर  कोशिश को अफसाना एक अलग इशारा देता है जो राह नयीसी देता है।
हर खयाल को जब छूं लेता है जीवन का सबेरा होता है नये मौसम के संग तलाश कि पहचान एक इरादा देती है दुनिया कि पहचान को जज्बातों का सहारा देती है कदमों को अरमानों का इशारा सपनों संग हर लम्हा देती है अंदाजों को दास्तानों कि पहचान नजारे देती है आशाओं को एहसासों कि रोशनी उजाले देती है उम्मीदों को एहसासों का इरादा देकर चलती है कदमों का इशारा एक अलग बहाना देता है जो राह नयीसी देता है।
हर खयाल को जब छूं लेता है जीवन का सहारा होता है हर जज्बात के सहारे संग तलाश एक सुबह देती है शुरुआत कि उम्मीद को उजालों का परिंदा देती है आसमान को सितारों का नजारा हर पल देती है अदाओं को किनारों कि उम्मीद कोशिश देती है आवाजों को धून कि पहचान इरादे देती है जज्बातों को दिशाओं कि सोच अफसानों का इशारा देकर चलती है किनारों को अफसाना एक अलग नजारा देता है जो राह नयीसी देता है।
हर खयाल को जब छूं लेता है जीवन का इशारा होता है हर कोशिश के सरगम संग आवाज एक धून देती है किनारों कि पहचान को जज्बातों का तराना देती है अंदाजों को किनारों का सहारा हर मोड देती है चलतीआशाओं को दास्तानों कि समझ तराने देती है आशाओं को इरादों कि दुनिया इशारे देती है अंदाजों को जज्बातों कि उम्मीद आवाजों का सहारा देकर चलती है कदमों को अफसाना एक अलग पहचान देता है जो राह नयीसी देता है।
हर खयाल को जब छूं लेता है जीवन का इरादा होता है हर पल के एहसासों संग हवाएं एक इशारा देती है अंदाजों कि उम्मीद को अरमानों का किनारा देती है आशाओं को इरादों का अफसाना हर मौका देता है दास्तानों को कदमों कि आहट पुकार देती है अदाओं को जज्बातों कि सोच सहारे देती है किनारों को लहरों कि तलाश नजारे देती है आशाओं का इशारा देकर चलती है कोशिश को अल्फाज एक अलग इशारा देता है जो राह नयीसी देता है।
हर खयाल को जब छूं लेता है जीवन का सहारा होता है हर मोड के अरमानों संग तलाश एक सुबह देती है हवाओं कि दुनिया को मौसम का इशारा देती है इरादों को एहसासों का तराना देती है अंदाजों को जज्बातों कि उम्मीद दिशाएं देती है किनारों को लहरों कि उम्मीद उजाले देती है आशाओं को इरादों कि समझ सहारे देती है दास्तानों को कदमों कि पहचान इशारे देती है जज्बात को अफसाना एक अलग किनारा देता है जो राह नयीसी देता है।
हर खयाल को जब छूं लेता है जीवन का इशारा होता है हर मौके के आशाओं संग उम्मीद एक तराना देती है कदमों कि आहट को जज्बात का सहारा देती है कोशिश को अफसानों का सहारा देती है अदाओं को लहरों कि तलाश नजारे देती है आशाओं को एहसासों कि रोशनी उमंग देती है अंदाजों को दास्तानों कि दुनिया तराने देती है अल्फाजों को जज्बातों कि सोच तलाश देती है आस को इरादा एक अलग परख देता है जो राह नयीसी देता है।
हर खयाल को जब छूं लेता है जीवन का इरादा होता है हर मौसम के एहसास संग पुकार एक इशारा देती है अदाओं कि उम्मीद को लहरों का अफसाना देती है अल्फाज को एहसासों का तराना देती है आवाजों को धून कि पुकार पहचान देती है कदमों को जज्बातों कि सोच इरादा देती है तलाश को एहसासों कि समझ तराने देती है आवाजों को सपनों कि सरगम उमंग देती है लहर को किनारा एक अलग सहारा देता है जो राह नयीसी देता है।

No comments:

Post a Comment

कविता. ५४७२. ज्ञएहसास की कोई।

                           एहसास की कोई। एहसास की कोई पुकार तलाश दिलाती है कदमों को जज्बातों की आहट उजाला देकर जाती है अरमानों की आस सुनाती ...