Sunday 23 June 2019

कविता. २९५१. हर आवाज को धून कि पहचान।

                                           हर आवाज को धून कि पहचान।
हर आवाज को धून कि पहचान इशारे देती है कोशिश को अफसानों कि तलाश तराने देती है दास्तानों को कदमों कि आहट पुकार देती है अंदाजों को जज्बातों कि सोच सहारे देती है आस को पुकार कि सौगात इशारे देती है दिशाओं को बदलावों कि कोशिश किनारे देती है आशाओं को पुकार कि अहमियत धून देती है अंदाजों को किनारों कि लहर सहारे देती है अदाओं को पुकार कि समझ कोशिश के तराने देती है।
हर आवाज को धून कि पहचान इरादे देती है दिशाओं को बदलावों कि दुनिया आस देती है आशाओं को खयालों कि कोशिश राहे देती है दास्तानों को कदमों कि आहट सरगम देती है आस को उजालों कि रोशनी नजारे देती है पुकार को जज्बातों कि दुनिया इशारे देती है धून को खयालों कि पहचान परख देती है अंदाजों को दास्तानों कि उमंग उम्मीद देती है आशाओं को इरादों कि दुनिया कोशिश के तराने देती है।
हर आवाज को धून कि पहचान राहे देती है खयालों को जज्बातों कि कोशिश किनारे देती है अदाओं को लहरों कि कहानी पुकार देती है आशाओं को इरादों कि समझ तलाश देती है अंदाजों को कदमों कि आहट परख देती है धाराओं को कदमों कि परख राहे देती है किनारों को अफसानों कि तलाश अल्फाज देती है आशाओं को खयालों कि दुनिया समझ देती है अदाओं को जज्बातों कि सोच कोशिश के तराने देती है।
हर आवाज को धून कि पहचान उजाले देती है दास्तानों को कदमों कि आहट इशारे देती है आशाओं को एहसासों कि रोशनी उम्मीदे देती है अदाओं को लहरों कि पुकार नजारे देती है अफसानों को जज्बातों कि सोच उमंग देती है अंदाजों को दिशाओं कि कोशिश पुकार देती है आशाओं को इरादों कि समझ आस देती है दास्तानों को कदमों कि आहट समझ देती है दिशाओं को बदलावों कि परख कोशिश के तराने देती है।
हर आवाज को धून कि पहचान उम्मीदे देती है आशाओं को दिशाओं कि दुनिया राहे देती है दास्तानों को कदमों कि आहट दिशाएं देती है अंदाजों को जज्बातों कि दुनिया तलाश देती है अल्फाजों को किनारों कि सोच सहारे देती है अदाओं को किनारों कि समझ लहरे देती है कोशिश को जज्बातों कि समझ इशारे देती है आशाओं को एहसासों कि रोशनी उजाले देती है अदाओं को किनारों कि तलाश कोशिश के तराने देती है।
हर आवाज को धून कि पहचान दास्ताने देती है अंदाजों को जज्बातों कि परख किनारे देती है आशाओं को एहसासों कि रोशनी उजाले देती है कदमों को आशाओं कि परख सुबह देती है कदमों को जज्बातों कि समझ उम्मीदे देती है दास्तानों को अंदाजों कि दुनिया समझ देती है किनारों को अफसानों कि सोच लहरे देती है किनारों को खयालों कि उमंग राहे देती है आशाओं को इरादों कि सोच कोशिश के तराने देती है।
हर आवाज को धून कि पहचान किनारे देती है आशाओं को खयालों कि सोच अफसाने देती है दिशाओं को बदलावों कि परख दास्ताने देती है अदाओं को लहरों कि सोच नजारे देती है दास्तानों को किनारों कि दुनिया तलाश देती है अंदाजों को जज्बातों कि सोच परख देती है खयालों को जज्बातों कि दुनिया सहारे देती है आशाओं को एहसासों कि रोशनी उजाले देती है अदाओं को लहरों कि परख कोशिश के तराने देती है।
हर आवाज को धून कि पहचान इरादे देती है अंदाजों को जज्बातों कि दुनिया एहसास देती है कदमों को आशाओं कि सोच समझ देती है अफसानों को किनारों कि तलाश इशारे देती है अदाओं को एहसासों कि सरगम पुकार देती है दिशाओं को किनारों कि लहर समझ देती है दास्तानों को कदमों कि आहट पुकार देती है अंदाजों को जज्बातों कि दुनिया अफसाने देती है आशाओं को एहसासों कि रोशनी कोशिश के तराने देती है।
हर आवाज को धून कि पहचान राहे देती है दास्तानों को कदमों कि पहचान इरादे देती है तलाश को अफसानों कि दुनिया आशाएं देती है किनारों को अल्फाजों कि दास्तान इरादे देती है किनारों को लहरों कि पहचान इरादे देती है आशाओं को एहसासों कि रोशनी उजाले देती है आशाओं को इरादों कि दुनिया उमंग देती है आशाओं को इरादों कि समझ तलाश देती है अफसानों को किनारों कि दुनिया कोशिश के तराने देती है।
हर आवाज को धून कि पहचान अंदाजे देती है आशाओं को खयालों कि सोच सहारे देती है अंदाजों को कोशिश कि लहर नजारे देती है कदमों को आशाओं कि परख अफसाने देती है अदाओं को कदमों कि आहट पुकार देती है कोशिश को जज्बातों कि दुनिया समझ देती है अंदाजों को दिशाओं कि परख रोशनी देती है किनारों को लहरों कि सोच नजारे देती है अफसानों को जज्बातों कि पहचान कोशिश के तराने देती है।

No comments:

Post a Comment

कविता. ५१६५. उम्मीदों को किनारों की।

                               उम्मीदों को किनारों की। उम्मीदों को किनारों की सौगात इरादा देती है आवाजों को अदाओं की पुकार पहचान दिलाती है द...