Monday, 16 December 2024

कविता. ५३५८. दिशाओं की सरगम अक्सर।

                         दिशाओं की सरगम अक्सर।

दिशाओं की सरगम अक्सर कोशिश देती है किनारों को सपनों की आहट आशाएं देती है तरानों को अरमानों की समझ सोच सुनाकर चलती है।

दिशाओं की सरगम अक्सर दास्तान देती है कदमों को अदाओं की कहानी अफसाना देती है उजालों को सपनों की आस सोच सुनाकर चलती है।

दिशाओं की सरगम अक्सर तराना देती है उम्मीदों को राहों की मुस्कान इरादा देती है एहसासों को अंदाजों की पहचान सोच सुनाकर चलती है।

दिशाओं की सरगम अक्सर खयाल देती है नजारों को लहरों की सुबह कोशिश देती है कदमों को उजालों की कहानी सोच सुनाकर चलती है।

दिशाओं की सरगम अक्सर आहट देती है अफसानों को अंदाजों की पुकार इशारा देती है एहसासों को लहरों की मुस्कान सोच सुनाकर चलती है।

दिशाओं की सरगम अक्सर जज्बात देती है इरादों को किनारों की आहट खयाल देती है अल्फाजों को खयालों की पुकार सोच सुनाकर चलती है।

दिशाओं की सरगम अक्सर अंदाज देती है दास्तानों को तरानों की उम्मीद रोशनी देती है बदलावों को लम्हों की समझ सोच सुनाकर चलती है।

दिशाओं की सरगम अक्सर उमंग देती है आवाजों को लम्हों की कोशिश पहचान देती है अफसानों को कदमों की आहट सोच सुनाकर चलती है।

दिशाओं की सरगम अक्सर नजारा देती है खयालों को जज्बातों की सौगात तलाश देती है उजालों को नजारों की कोशिश सोच सुनाकर चलती है।

दिशाओं की सरगम अक्सर लहर देती है इशारों को किनारों की आहट अल्फाज देती है जज्बातों को धाराओं की सौगात सोच सुनाकर चलती है।


No comments:

Post a Comment

कविता. ५४७१. लहरों की कहानी अक्सर।

                          लहरों की कहानी अक्सर। लहरों की कहानी अक्सर आशाओं की सरगम दिलाती है सपनों को अरमानों की पुकार एहसास सुनाती है तरानो...