Wednesday 16 August 2023

कविता. ४९००. अरमानों से जुडकर मुस्कान।

                                     अरमानों से जुडकर मुस्कान।

अरमानों से जुडकर मुस्कान अक्सर जज्बातों को बदलावों की सुबह  दिलाती है एहसासों को अंदाजों की कोशिश अफसाना देकर जाती है।

अरमानों से जुडकर मुस्कान अक्सर तरानों को आशाओं की रोशनी दिलाती है लहरों को इशारों की पहचान अफसाना देकर जाती है।

अरमानों से जुडकर मुस्कान अक्सर उम्मीदों को किनारों की आस दिलाती है आवाजों को अदाओं की अहमियत अफसाना देकर जाती है।

अरमानों से जुडकर मुस्कान अक्सर दिशाओं को लहरों की कहानी दिलाती है लम्हों को खयालों की कोशिश अफसाना देकर जाती है।

अरमानों से जुडकर मुस्कान अक्सर कदमों को नजारों की सोच दिलाती है बदलावों को आशाओं की सौगात अफसाना देकर जाती है।

अरमानों से जुडकर मुस्कान अक्सर दास्तानों को सपनों की सरगम दिलाती है कदमों को उजालों की आहट अफसाना देकर जाती है।

अरमानों से जुडकर मुस्कान अक्सर अंदाजों को उम्मीदों की कहानी दिलाती है दास्तानों को अल्फाजों की आस अफसाना देकर जाती है।

अरमानों से जुडकर मुस्कान अक्सर आशाओं को लम्हों की सौगात दिलाती है तरानों को बदलावों की सोच अफसाना देकर जाती है।

अरमानों से जुडकर मुस्कान अक्सर किनारों को एहसासों की कोशिश दिलाती है उम्मीदों को खयालों की समझ अफसाना देकर जाती है।

अरमानों से जुडकर मुस्कान अक्सर राहों को आवाजों की सौगात दिलाती है नजारों को दिशाओं की दास्तान अफसाना देकर जाती है।

No comments:

Post a Comment

कविता. ५१६६. कोशिश की कहानी अक्सर।

                              कोशिश की कहानी अक्सर। कोशिश की कहानी अक्सर अरमानों की पुकार सुनाती है दास्तानों को एहसासों की रोशनी सौगात दिला...