Sunday 26 May 2019

कविता. २८९६. किसी लहर कि अनजानी बूंद।

                                        किसी लहर कि अनजानी बूंद।
किसी लहर कि अनजानी बूंद कुछ इस तरह सांसों से जुड जाती है कई लहरों से उलझने कि ताकत एक बूंद देकर जाती है नजारों को बदलावों कि सोच सहारे देकर चलती है बूंद कि पुकार हर पल धाराओं कि कडीयों से जुडती है आशाओं को एहसासों कि रोशनी नजारों कि पहचान देती है अंदाजों को किनारों कि आस इशारे देती है अदाओं को कदमों कि पहचान दिशाएं देती है अल्फाजों को जज्बातों कि परख देती है।
किसी लहर कि अनजानी बूंद कुछ इस तरह सांसों से जुड जाती है कई आशाओं से जुडने कि उम्मीद एक खयाल देकर जाती है अंदाजों को कदमों कि आहट पुकार देकर चलती है कोशिश कि सोच हर लम्हे कि आशाओं से मिलती है अदाओं को खयालों कि परख आशाओं कि तलाश देती है किनारों को एहसासों कि पुकार सहारे देती है अंदाजों को दास्तानों कि उमंग उजाले देती है अंदाजों को जज्बातों कि परख देती है।
किसी लहर कि अनजानी बूंद कुछ इस तरह सांसों से जुड जाती है कई अदाओं से मिलने कि समझ एक किनारे देकर जाती है आशाओं को खयालों कि दुनिया समझ देकर चलती है आवाजों कि धून हर पल कि पहचान से मिलती है आशाओं को दास्तानों कि दुनिया अंदाजों कि पहचान देती है उजालों को कदमों कि आहट अफसाने देती है किनारों को लहरों कि तलाश नजारे देती है अफसानों को जज्बातों कि परख देती है।
किसी लहर कि अनजानी बूंद कुछ इस तरह सांसों से जुड जाती है कई धाराओं से परखने कि दुनिया एक सहारे देकर जाती है अंदाजों को किनारों कि पहचान इशारे देकर चलती है कदमों कि आहट हर सोच कि दुनिया से मिलती है अदाओं को किनारों कि लहर आशाओं कि इशारे देती है उम्मीदों को एहसासों कि रोशनी उजाले देती है अंदाजों को अदाओं कि दुनिया राहे देती है कदमों को जज्बातों कि परख देती है।
किसी लहर कि अनजानी बूंद कुछ इस तरह सांसों से जुड जाती है कई आशाओं से जुडने कि कोशिश एक इशारा देकर जाती है अंदाजों को खयालों कि सोच आस देकर चलती है आवाजों कि धून हर एहसास कि सोच से मिलती है दिशाओं को बदलावों कि सोच दिशाओं कि पहचान देती है अदाओं को लहरों कि तलाश उम्मीद देती है आवाजों को धून कि कोशिश दास्ताने देती है किनारों को जज्बातों कि परख देती है।
किसी लहर कि अनजानी बूंद कुछ इस तरह सांसों से जुड जाती है कई अदाओं से समझने कि सोच एक किनारा देकर जाती है आशाओं को दिशाओं कि पहचान अदाएं देकर चलती है अफसानों कि उमंग हर आवाज कि दुनिया से मिलती है आशाओं को कदमों कि आहट पुकार कि आस देती है किनारों को रोशनी कि दुनिया उजाले देती है आशाओं को दिशाओं कि सोच सहारे देती है अंदाजों को जज्बातों कि परख देती है।
किसी लहर कि अनजानी बूंद कुछ इस तरह सांसों से जुड जाती है कई कदमों से जुडने कि उम्मीद एक खयाल देकर जाती है अंदाजों को जज्बातों कि सोच अफसाने देकर चलती है आशाओं कि कोशिश हर सोच कि दास्तान से मिलती है अदाओं को लहरों कि तलाश अफसाने कि उम्मीद देती है दिशाओं को बदलावों कि परख सहारे देती है अंदाजों को दास्तानों कि उमंग उजाले देती है आशाओं को जज्बातों कि परख देती है।
किसी लहर कि अनजानी बूंद कुछ इस तरह सांसों से जुड जाती है कई आशाओं से जुडने कि उम्मीद एक सुबह देकर जाती है दिशाओं को बदलावों कि दुनिया आस देकर चलती है कदमों कि कोशिश हर लम्हे कि दुनिया से मिलती है आशाओं के किनारों कि कोशिश अल्फाजों कि राह देती है अंदाजों को दास्तानों कि उम्मीद उमंग देती है अदाओं को अफसानों कि सोच तलाश देती है दिशाओं को जज्बातों कि परख देती है।
किसी लहर कि अनजानी बूंद कुछ इस तरह सांसों से जुड जाती है कई अंदाजों से जुडने कि कोशिश एक इशारा देकर जाती है अंदाजों को दास्तानों कि उमंग उजाले देकर चलती है किनारों कि समझ हर खयाल कि दुनिया को बदलाव देकर चलती है कदमों कि आहट आशाओं को दिशाओं कि सोच देती है अदाओं को लहरों कि कोशिश पुकार देती है अंदाजों को दास्तानों कि उमंग उम्मीद देती है अंदाजों को जज्बातों कि परख देती है।
किसी लहर कि अनजानी बूंद कुछ इस तरह सांसों से जुड जाती है कई आशाओं से समझने कि सरगम एक धून देकर जाती है आशाओं को खयालों कि कोशिश उम्मीद देकर चलती है उजालों कि कोशिश हर लम्हे कि उमंग को किनारे देकर चलती है आशाओं कि दुनिया तरानों को अंदाजों कि समझ देती है दास्तानों को कदमों कि आहट एहसास देती है आशाओं को दिशाओं कि सोच राह देती है अदाओं को जज्बातों कि परख देती है।

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