Tuesday, 7 May 2019

कविता. २८५८. हर राह को पुकार कि दुनिया।

                                       हर राह को पुकार कि दुनिया।
हर राह को पुकार कि दुनिया आशाओं कि आंधी देती है दास्तानों को समझ लेने से आशाओं कि पहचान उजाले देती है परख को जज्बातों कि तलाश सहारे देती है दास्तानों को कदमों कि आहट पहचान देती है परख को खयालों कि समझ दिशाएं देती है उजालों को रोशनी कि सोच सहारे देती है आशाओं को कदमों कि आहट नजारे देती है अदाओं को जज्बातों कि दुनिया दिशाएं देती है अंदाजों को लहरों कि पहचान इशारे देती है।
हर राह को पुकार कि दुनिया अदाओं कि सोच देती है कदमों को समझ लेने से सांसों कि सरगम आवाज देती है अंदाजों को लहरों कि दुनिया तराने देती है अंदाजों को जज्बातों कि समझ खयाल देती है तलाश को एहसासों कि सोच इरादे देती है दास्तानों को कदमों कि सरगम आवाज देती है परख को धून कि पहचान इशारे देती है दुनिया को एहसासों कि रोशनी तराने देती है अदाओं को जज्बातों कि पहचान इशारे देती है।
हर राह को पुकार कि दुनिया दास्तानों कि परख देती है किनारों को समझ लेने से अदाओं कि दुनिया तलाश देती है तराने को आवाजों कि धून पुकार देती है धाराओं को एहसासों कि रोशनी उजाले देती है उम्मीदों को आशाओं कि दुनिया समझ देती है अंदाजों को जज्बातों कि राह उमंग देती है अदाओं को कोशिश कि तलाश देती है अफसानों को किनारों कि सोच अल्फाज देती है अंदाजों को लहरों कि पहचान इशारे देती है।
हर राह को पुकार कि दुनिया आवाजों कि धून देती है अदाओं को समझ लेने से इरादों कि सोच अंदाज देती है आशाओं को खयालों कि पहचान किनारे देती है आशाओं को खयालों कि दुनिया आस देती है दास्तानों को आशाओं कि दुनिया राह देती है एहसासों को दिशाओं कि सुबह नजारे देती है अंदाजों को जज्बातों कि दुनिया देती है आशाओं को खयालों कि अंदाज परख देती है आशाओं को कदमों कि पहचान इशारे देती है।
हर राह को पुकार कि दुनिया कदमों कि आहट देती है अंदाजों को समझ लेने से आशाओं कि दुनिया तलाश देती है अंदाजों को जज्बातों कि सोच सहारे देती है दास्तानों को अंदाजों कि सोच परख देती है आशाओं को कदमों कि रोशनी आस देती है आशाओं को खयालों कि दुनिया अदाएं देती है कदमों को आहट उजालों कि सोच देती है किनारों को लहरों कि राह उम्मीद देती है अदाओं को एहसासों कि पहचान इशारे देती है।
हर राह को पुकार कि दुनिया आशाओं कि दास्तान देती है आशाओं को समझ लेने से आवाजों कि धून दास्तान देती है अदाओं को एहसासों कि रोशनी उजाले देती है उम्मीद को लहरों कि दुनिया नजारे देती है कदमों को आवाजों कि पुकार आहट देती है दास्तानों को आशाओं कि परख सहारे देती है किनारों को लहरों कि दुनिया पुकार देती है जज्बातों को दिशाओं कि दुनिया राह देती है आशाओं को खयालों कि पहचान इशारे देती है।
हर राह को पुकार कि दुनिया अंदाजों कि तलाश देती है दास्तानों को समझ लेने से दिशाओं कि दुनिया समझ देती है आशाओं को खयालों कि अहमियत इरादे देती है अदाओं को एहसासों कि रोशनी उजाले देती है उम्मीद को आशाओं कि दुनिया परख देती है आवाजों को धून कि पुकार तलाश देती है कोशिश को लहरों कि सोच धून देती है आशाओं को खयालों कि समझ आस देती है दास्तानों को अंदाजों कि पहचान इशारे देती है।
हर राह को पुकार कि दुनिया अदाओं कि सोच देती है आशाओं को समझ लेने से आवाजों कि धून पहचान देती है अंदाजों को जज्बातों कि शुरुआत पुकार देती है आशाओं को खयालों कि परख सहारे देती है सुबह को नजारों कि दुनिया आस देती है दास्तानों को कदमों कि अहमियत परख देती है आशाओं को कदमों कि दुनिया तलाश देती है अदाओं को एहसासों कि रोशनी उजाले देती है अंदाजों को जज्बातों कि पहचान इशारे देती है।
हर राह को पुकार कि दुनिया आशाओं कि दुनिया देती है अंदाजों को समझ लेने से खयालों कि समझ तराने देती है कदमों को आवाजों कि धून परख देती है कोशिश को अफसानों कि दुनिया सुबह देती है रंगों को नजारों कि पहचान सहारे देती है अंदाजों को जज्बातों कि तलाश इशारे देती है अदाओं को दास्तानों को कदमों कि आहट अफसाने देती है अंदाजों को जज्बातों कि दुनिया राह देती है अदाओं को दास्तानों कि पहचान इशारे देती है।
हर राह को पुकार कि दुनिया जज्बातों कि परख देती है आशाओं को समझ लेने से आवाजों कि पुकार धून देती है अदाओं को एहसासों कि रोशनी उजाले देती है उम्मीदों को आशाओं कि राह तलाश देती है अंदाजों को जज्बातों कि दुनिया सहारे देती है अदाओं को कदमों कि आहट तराने देती है आवाजों को धून कि कहानी इरादे देती है अफसानों को आशाओं कि सरगम आवाज देती है अंदाजों को जज्बातों कि पहचान इशारे देती है।

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कविता. ५४७२. ज्ञएहसास की कोई।

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