Saturday 16 February 2019

कविता. २६९७. हर लम्हे को खयालों कि पुकार।

                                       हर लम्हे को खयालों कि पुकार।
हर लम्हे को खयालों कि पुकार इशारे देती है दास्तान को कदमों कि उमंग दिशाएं देती है जज्बात को समझ कि अहमियत आशाएं देती है परख को अदाओं कि कोशिश किनारे देती है समझ को जज्बातों कि सौगात तराने देती है आशाओं को दिशाओं कि आंधी तराने देती है आशाओं को अफसानों कि उमंग तराने देती है नजारे को खयालों कि उमंग इशारे देती है जज्बात को समझ कि जरुरत आशाओं कि दिशाएं हर आस मे देती है।
हर लम्हे को खयालों कि पुकार इशारे देती है दास्तान को दिशाओं कि आंधी तराने देती है लहरों को आस कि जरुरत दिशाएं देती है किनारे को आशाओं कि पुकार किनारे देती है अंदाजों को अल्फाजों कि आंधी सौगात देती है कदमों को अल्फाजों कि सुबह नजारे देती है दास्तान को समझ कि पहचान किनारे देती है लहरों को आवाजों कि कहानी तराने देती है धून को खयालों कि सौगात अदाओं कि कोशिश हर आस मे देती है।
हर लम्हे को खयालों कि पुकार इशारे देती है दास्तान को आशाओं कि पुकार देती है कदमों को अफसानों कि उमंग तराने देती है आवाज को समझ कि अहमियत अफसाने देती है दास्तानों को लहरों कि पहचान किनारे देती है परख को अदाओं कि कोशिश इशारे देती है जज्बात को समझ कि जरुरत आशाएं देती है खयालों को जज्बातों कि सौगात इरादे देती है दास्तान को दिशाओं कि पहचान आवाजों कि धून हर आस मे देती है।
हर लम्हे को खयालों कि पुकार इशारे देती है दास्तान को अदाओं कि कोशिश देती है दास्तानों को लहरों कि पहचान किनारे देती है इरादे को समझ कि जरुरत आशाएं देती है किनारों को आशाओं कि समझ तलाश देती है आस को उजालों कि समझ परख देती है दास्तान को दिशाओं कि आंधी सौगात देती है तरानों को समझ कि अहमियत रोशनी देती है पुकार को एहसासों कि कहानी दास्तानों कि रोशनी हर आस मे देती है।
हर लम्हे को खयालों कि पुकार इशारे देती है दास्तान को राहों कि पहचान देती है आशाओं को अफसानों कि उमंग नजारे देती है इशारे को तलाश कि पहचान किनारे देती है इरादों को जज्बातों कि सौगात तराने देती है दास्तान को दिशाओं कि आंधी तराने देती है आवाज को पुकार कि रोशनी उजाले देती है उम्मीदों को अल्फाजों कि आंधी सौगात देती है दास्तान को आवाजों कि धून अफसानों कि उमंग हर आस मे देती है।
हर लम्हे को खयालों कि पुकार इशारे देती है दास्तान को दिशाओं कि रोशनी देती है उजालों को लहरों कि पहचान परख देती है किनारे को लहरों कि कोशिश नजारे देती है दास्तानों को अफसानों कि उमंग नजारे देती है इशारों को समझ कि जरुरत इरादे देती है अल्फाजों को कदमों कि आहट एहसास देती है दिशाओं को आवाजों कि धून तराने देती है अफसाने को लहरों कि पहचान अल्फाजों कि आंधी हर आस मे देती है।
हर लम्हे को खयालों कि पुकार इशारे देती है दास्तान को किनारों कि सौगात देती है उम्मीदों को अल्फाजों कि आंधी सौगात देती है तराने को जज्बातों कि पहचान इशारे देती है उजालों को उम्मीदों कि तलाश कोशिश देती है दास्तानों को लहरों कि पहचान राहे देती है परख को अदाओं कि उमंग इशारे देती है इरादों को जज्बातों कि सौगात इशारे देती है राहों को एहसासों कि कहानी खयालों कि उमंग हर आस मे देती है।
हर लम्हे को खयालों कि पुकार इशारे देती है दास्तान को जज्बातों कि पहचान देती है उमंग को आवाजों कि धून पुकार देती है कोशिश को एहसासों कि सुबह नजारे देती है दिशाओं को खयालों कि उमंग तराने देती है परख को अदाओं कि कोशिश उजाले देती है दास्तान को कदमों कि आहट किनारे देती है अंदाजों को समझ कि पहचान इरादे देती है किनारे को लहरों कि आवाज आशाओं कि पुकार हर आस मे देती है।
हर लम्हे को खयालों कि पुकार इशारे देती है दास्तान को आवाजों कि पुकार देती है दास्तान को अंदाजों कि जरुरत तलाश देती है किनारे को लहरों कि पहचान नजारे देती है आशाओं को अफसानों कि उम्मीद तराने देती है जज्बातों को लहरों कि जरुरत पुकार देती है इशारों को समझ कि अहमियत रोशनी देती है उम्मीदों को तरानों कि उमंग तलाश देती है दास्तान को दिशाओं कि पहचान इशारों कि उमंग हर आस मे देती है।
हर लम्हे को खयालों कि पुकार इशारे देती है दास्तान को अदाओं कि कोशिश देती है जज्बात को समझ कि अहमियत परख देती है आवाज को दिशाओं कि आंधी सौगात देती है लहरों को जज्बातों कि सौगात इशारे देती है इरादों को समझ कि पहचान राहे देती है दास्तानों को अल्फाजों कि आंधी तराने देती है उजालों को लहरों कि परख नजारे देती है अंदाजों को अदाओं कि कोशिश दिशाओं कि रोशनी हर आस मे देती है।

No comments:

Post a Comment

कविता. ५१५५. उजालों संग अरमानों की।

                            उजालों संग अरमानों की। उजालों संग अरमानों की पहचान सुबह दिलाती है लहरों को एहसासों की कहानी आस सुनाती है जज्बातो...