Friday 8 February 2019

कविता. २६८२. लम्हे को समझ लेने से आशाओं कि कहानी।

                                 लम्हे को समझ लेने से आशाओं कि कहानी।
लम्हे को समझ लेने से आशाओं कि कहानी बनती है तलाश को जज्बातों कि सौगात इशारे देती है इरादों को समझ कि अहमियत तराने देती है दास्तान को अफसानों कि उमंग पुकार देती है दिशाओं को आवाजों कि धून पुकार देती है कदमों को अल्फाजों कि आस तलाश देती है परख को अदाओं कि रोशनी उजाले देती है दास्तान को दिशाओं कि रोशनी उमंग देती है उम्मीदों को समझ कि अहमियत रोशनी देती है।
लम्हे को समझ लेने से आशाओं कि कहानी बनती है तलाश को तरानों कि पहचान किनारे देती है लहरों को दिशाओं कि आंधी राह देती है किनारे को आवाजों कि पुकार देती है अंदाजों को कहानियों कि सांस रोशनी देती है उजाले को राहों कि जरुरत रोशनी देती है अदाओं को दास्तानों कि कोशिश इशारे देती है आवाज को पुकार कि समझ आस देती है कदमों को अल्फाजों कि आस नजारे को रोशनी देती है।
लम्हे को समझ लेने से आशाओं कि कहानी बनती है तलाश को जज्बातों कि रोशनी सौगात देती है आवाजों को अल्फाजों कि अदा पुकार देती है अंदाजों को दास्तानों कि रोशनी देती है किनारे को लहरों कि पहचान इशारे देती है राह को एहसासों कि कहानी तराने देती है पुकार को दिशाओं कि आंधी तराने देती है दास्तान को अफसानों कि उमंग नजारे देती है आवाज को दिशाओं कि पुकार कदमों को रोशनी देती है।
लम्हे को समझ लेने से आशाओं कि कहानी बनती है तलाश को अल्फाजों कि आस नजारे देती है दास्तान को दिशाओं कि पहचान इशारे देती है इरादों को अफसानों कि राह देती है कदमों को अल्फाजों का अंदाज राह देता है पुकार को दिशाओं कि रोशनी उजाले देती है नजारे को कदमों कि आहट तराने देती है अदाओं को कदमों कि आहट आवाज देती है अंदाजों को कहानियों कि सांस परख को रोशनी देती है।
लम्हे को समझ लेने से आशाओं कि कहानी बनती है तलाश को जज्बातों कि सौगात इशारे देती है कदमों को अफसानों कि उमंग तराने देती है नजारों को लहरों कि पहचान देती है आवाज को पुकार कि समझ तलाश देती है किनारे को आशाओं कि जरुरत उम्मीद देती है दास्तान को अफसानों कि उमंग तराने देती है जज्बात को खयालों कि सौगात तराने देती है तलाश को अल्फाजों कि आंधी तराने को रोशनी देती है।
लम्हे को समझ लेने से आशाओं कि कहानी बनती है तलाश को कोशिश कि जरुरत खयाल देती है दास्तान को दिशाओं कि परख दिशाएं देती है लहरों को आशाओं कि समझ देती है कदमों को अल्फाजों कि आस नजारे देती है दास्तान को अफसानों कि उमंग तराने देती है पुकार को दिशाओं कि पहचान किनारे देती है लहरों को अदाओं कि उम्मीद नजारे देती है अदाओं को दास्तानों कि कोशिश तलाश को रोशनी देती है।
लम्हे को समझ लेने से आशाओं कि कहानी बनती है तलाश को अल्फाजों का अंदाज तराने देता है आवाज को लहरों कि आवाज पुकार देती है आवाजों को अल्फाजों कि पुकार देती है जज्बात को अफसानों कि उमंग तराने देती है अंदाजों को दास्तानों कि उमंग देती है कोशिश को एहसासों कि सुबह नजारे देती है रंगों को एहसासों कि कहानी देती है किनारे को लहरों कि पहचान इशारे देती है आशाओं को खयालों कि उमंग राह को रोशनी देती है।
लम्हे को समझ लेने से आशाओं कि कहानी बनती है तलाश को जज्बातों कि सौगात इशारे देती है अदाओं को अल्फाजों कि सोच आशाएं देती है दिशाओं को आवाजों कि जरुरत देती है दास्तान को दिशाओं कि पहचान धून देती है अंदाजों को कहानियों कि सांस रोशनी देती है आशाओं को कदमों कि उमंग तराने देती है उजाले को राहों कि जरुरत देती है परख को अदाओं कि उम्मीद तराने देती है तलाश को अंदाजों कि कोशिश तराने को रोशनी देती है।
लम्हे को समझ लेने से आशाओं कि कहानी बनती है तलाश को अल्फाजों कि पहचान इरादे देती है दास्तानों को अफसानों कि राह परख देती है कदमों को अल्फाजों कि आस समझ देती है अंदाजों को कहानियों कि सोच देती है समझ को अदाओं कि उमंग नजारे देती है तराने को एहसासों कि राह उम्मीद देती है आवाज को पुकार कि पहचान देती है दास्तान को दिशाओं कि परख दिशाएं देती है दास्तान को दिशाओं कि आंधी सौगात को रोशनी देती है।
लम्हे को समझ लेने से आशाओं कि कहानी बनती है तलाश को जज्बातों कि कोशिश तराने देती है कदमों को अल्फाजों कि समझ तराने देती है किनारों को आशाओं कि पुकार परख देती है जज्बात को खयालों कि सौगात इशारे देती है इरादों को एहसासों कि सुबह देती है रंगों को एहसासों कि कहानी तराने देती है किनारों को आशाओं कि जरुरत देती है जज्बात को खयालों कि पहचान किनारे देती है आवाज को पुकार कि उमंग नजारे को रोशनी देती है।

No comments:

Post a Comment

कविता. ५१५५. उजालों संग अरमानों की।

                            उजालों संग अरमानों की। उजालों संग अरमानों की पहचान सुबह दिलाती है लहरों को एहसासों की कहानी आस सुनाती है जज्बातो...