Friday, 26 December 2025

कविता. ५७३३. एक एहसास की कश्ती।

                          एक एहसास की कश्ती। 

एक एहसास की कश्ती हर कोशिश संग आशाओं की लहर दिलाती है तरानों को बदलावों की उम्मीद अक्सर मुस्कान सुनाती है।

एक एहसास की कश्ती हर पहचान संग आवाजों की धून दिलाती है उजालों को सपनों की आहट अक्सर मुस्कान सुनाती है।

एक एहसास की कश्ती हर अंदाज संग जज्बातों की रोशनी दिलाती है कदमों को अल्फाजों की आस अक्सर मुस्कान सुनाती है।

एक एहसास की कश्ती हर परख संग अरमानों की सोच दिलाती है दिशाओं को दास्तानों की सरगम अक्सर मुस्कान सुनाती है।

एक एहसास की कश्ती हर पल संग किनारों की सुबह दिलाती है उम्मीदों को अंदाजों की समझ अक्सर मुस्कान सुनाती है।

एक एहसास की कश्ती हर सोच संग दिशाओं की कहानी दिलाती है लम्हों को अफसानों की उमंग अक्सर मुस्कान सुनाती है।

एक एहसास की कश्ती हर सुबह संग आवाजों की धून दिलाती है धाराओं को खयालों की रोशनी अक्सर मुस्कान सुनाती है।

एक एहसास की कश्ती हर लहर संग नजारों की समझ दिलाती है किनारों को अल्फाजों की समझ अक्सर मुस्कान सुनाती है।

एक एहसास की कश्ती हर कदम संग अरमानों की पुकार दिलाती है लहरों को सपनों की सौगात अक्सर मुस्कान सुनाती है।

एक एहसास की कश्ती हर आस संग तरानों की आहट दिलाती है उम्मीदों को अफसानों की उमंग अक्सर मुस्कान सुनाती है।

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