Saturday, 18 January 2025

कविता. ५३९१. एक तलाश इशारों की।

                               एक तलाश इशारों की।

एक तलाश इशारों की समझ सुनाकर चलती है लहरों को नजारों की कहानी आवाज दिलाती है अदाओं को अरमानों की पुकार देकर जाती है।

एक तलाश इशारों की सरगम सुनाकर चलती है दिशाओं को कदमों की सौगात तराना दिलाती है लम्हों को अफसानों की पुकार देकर जाती है।

एक तलाश इशारों की सोच सुनाकर चलती है किनारों को अल्फाजों की उमंग एहसास दिलाती है उजालों को बदलावों की पुकार देकर जाती है।

एक तलाश इशारों की आस सुनाकर चलती है अरमानों को अंदाजों की समझ आवाज दिलाती है जज्बातों को अदाओं की पुकार देकर जाती है।

एक तलाश इशारों की आहट सुनाकर चलती है कदमों को उजालों की सुबह पहचान दिलाती है लम्हों को सपनों की पुकार देकर जाती है।

एक तलाश इशारों की एहसास सुनाकर चलती है आशाओं को जज्बातों की समझ अरमान दिलाती है दास्तानों को अंदाजों की पुकार देकर जाती है।

एक तलाश इशारों की कोशिश सुनाकर चलती है उम्मीदों को राहों की कहानी किनारा दिलाती है खयालों को अदाओं की पुकार देकर जाती है।

एक तलाश इशारों की सौगात सुनाकर चलती है अरमानों को सपनों की सुबह परख दिलाती है उम्मीदों को नजारों की पुकार देकर जाती है।

एक तलाश इशारों की सरगम सुनाकर चलती है आवाजों को बदलावों की धून अफसाना दिलाती है खयालों को राहों की पुकार देकर जाती है।

एक तलाश इशारों की उमंग सुनाकर चलती है सपनों को जज्बातों की रोशनी अरमान दिलाती है लम्हों को आशाओं की पुकार देकर जाती है।

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कविता. ५४७९. इस उम्मीद की।

                               इस उम्मीद की। इस उम्मीद की कोशिश तलाश दिलाती है लहरों को खयालों की समझ अरमान सुनाती है एहसासों को अफसानों की ...