Thursday, 9 January 2025

कविता. ५३८२. आवाजों की मुस्कान से।

                             आवाजों की मुस्कान से।

आवाजों की मुस्कान से एहसासों की सुबह तलाश दिलाती है किनारों को सपनों की आहट सरगम दिलाती है अदाओं को दिशाओं की समझ दिलाती है।

आवाजों की मुस्कान से अंदाजों की परख खयाल दिलाती है नजारों को अफसानों की सोच सुबह दिलाती है अंदाजों को बदलावों की समझ दिलाती है।

आवाजों की मुस्कान से जज्बातों की आहट इशारा दिलाती है उजालों को अल्फाजों की परख कहानी दिलाती है कदमों को जज्बातों की समझ दिलाती है।

आवाजों की मुस्कान से धाराओं की कोशिश उमंग दिलाती है लहरों को इशारों की अहमियत सहारा दिलाती है लम्हों को राहों की समझ दिलाती है।

आवाजों की मुस्कान से किनारों की पुकार पहचान दिलाती है इरादों को आशाओं की पुकार सौगात दिलाती है इशारों को अरमानों की समझ दिलाती है।

आवाजों की मुस्कान से दिशाओं की आहट जज्बात दिलाती है तरानों को बदलावों की सोच आस दिलाती है दास्तानों को सपनों की समझ दिलाती है।

आवाजों की मुस्कान से राहों की कहानी अल्फाज दिलाती है धाराओं को अरमानों की रोशनी उमंग दिलाती है इरादों को उम्मीदों की समझ दिलाती है।

आवाजों की मुस्कान से लम्हों की आस तराना दिलाती है राहों को कदमों की आहट अहमियत दिलाती है सपनों को एहसासों की समझ दिलाती है।

आवाजों की मुस्कान से लहरों की उम्मीद नजारा दिलाती है आशाओं को बदलावों की सोच लहर दिलाती है किनारों को अल्फाजों की समझ दिलाती है।

आवाजों की मुस्कान से कदमों की पुकार सहारा दिलाती है लहरों को उम्मीदों की कहानी पहचान दिलाती है खयालों को तरानों की समझ दिलाती है।


No comments:

Post a Comment

कविता. ५४७८. एक कोशिश अक्सर।

                       एक कोशिश अक्सर। एक कोशिश अक्सर एहसास सुनाती है खयालों संग नजारों की आस अरमान जगाती है किनारों को कदमों की सौगात दिलात...