Wednesday, 22 January 2025

कविता. ५३९५. आशाओं संग।

                                  आशाओं संग।

आशाओं संग आवाज की धून अफसाना दिलाती है लहरों को अदाओं की पुकार कोशिश सुनाती है अल्फाजों की आस सरगम दिलाती है।

आशाओं संग दास्तान की रोशनी नजारा दिलाती है लम्हों को खयालों की समझ अरमान सुनाती है उजालों की सुबह सरगम दिलाती है।

आशाओं संग उमंग की सोच कहानी दिलाती है राहों को अंदाजों की परख पहचान सुनाती है कदमों की तलाश सरगम दिलाती है।

आशाओं संग जज्बात की आस इरादा दिलाती है किनारों को लम्हों की सौगात तलाश सुनाती है अंदाजों की परख सरगम दिलाती है।

आशाओं संग एहसास की पुकार पहचान दिलाती है सपनों को राहों की आवाज उम्मीद सुनाती है दिशाओं की समझ सरगम दिलाती है।

आशाओं संग अंदाज की राह आवाज दिलाती है कदमों को अदाओं की पहचान जज्बात सुनाती है इशारों की अहमियत सरगम दिलाती है।

आशाओं संग परख की सुबह उम्मीद दिलाती है खयालों को लहरों की मुस्कान इरादा सुनाती है अरमानों की पुकार सरगम दिलाती है।

आशाओं संग कदम की लहर उमंग दिलाती है अफसानों को दिशाओं की धून आहट सुनाती है जज्बातों की कहानी सरगम दिलाती है।

आशाओं संग खयाल की आहट किनारा दिलाती है दास्तानों को अरमानों की कहानी उम्मीद सुनाती है नजारों की सौगात सरगम दिलाती है।

आशाओं संग कोशिश की अदा एहसास दिलाती है इरादों को उम्मीदों की सोच अफसाना सुनाती है तरानों की आवाज सरगम दिलाती है।

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कविता. ५४७८. एक कोशिश अक्सर।

                       एक कोशिश अक्सर। एक कोशिश अक्सर एहसास सुनाती है खयालों संग नजारों की आस अरमान जगाती है किनारों को कदमों की सौगात दिलात...