Friday, 21 March 2025

कविता. ५४५३. एक चिड़िया मन मे।

                             एक चिड़िया मन मे।

एक चिड़िया मन मे एक धून सुनाती है एहसासों के सपनों की पुकार आवाज सुनाती है कदमों को अल्फाजों की दुनिया दिलाती है।

एक चिड़िया मन मे एक कहानी सुनाती है अंदाजों के राहों की पहचान दास्तान सुनाती है दिशाओं को जज्बातों की दुनिया दिलाती है।

एक चिड़िया मन मे एक आहट सुनाती है अरमानों के किनारों की मुस्कान अरमान सुनाती है आवाजों को धाराओं की दुनिया दिलाती है।

एक चिड़िया मन मे एक सरगम सुनाती है अफसानों के दास्तानों की समझ इशारा सुनाती है आशाओं को राहों की दुनिया दिलाती है।

एक चिड़िया मन मे एक आवाज सुनाती है उजालों के उम्मीदों की सौगात सरगम सुनाती है लहरों को खयालों की दुनिया दिलाती है।

एक चिड़िया मन मे एक अंदाज सुनाती है जज्बातों के आशाओं की मुस्कान तलाश सुनाती है लम्हों को नजारों की दुनिया दिलाती है।

एक चिड़िया मन मे एक कोशिश सुनाती है धाराओं के आवाजों की राह दास्तान सुनाती है तरानों को इशारों की दुनिया दिलाती है।

एक चिड़िया मन मे एक समझ सुनाती है अदाओं के बदलावों की उमंग आस सुनाती है अफसानों को लहरों की दुनिया दिलाती है।

एक चिड़िया मन मे एक पुकार सुनाती है इशारों के लम्हों की अहमियत पहचान सुनाती है कदमों को अरमानों की दुनिया दिलाती है।

एक चिड़िया मन मे एक बदलाव सुनाती है लहरों के अंदाजों की परख अफसाना सुनाती है दास्तानों को किनारों की दुनिया दिलाती है।



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कविता. ५४७२. ज्ञएहसास की कोई।

                           एहसास की कोई। एहसास की कोई पुकार तलाश दिलाती है कदमों को जज्बातों की आहट उजाला देकर जाती है अरमानों की आस सुनाती ...