Tuesday, 25 March 2025

कविता. ५४५७. इशारों की तलाश अक्सर।

                           इशारों की तलाश अक्सर।

इशारों की तलाश अक्सर आशाओं की आवाज दिलाती है लम्हों को एहसासों की सरगम पहचान देकर जाती है।

इशारों की तलाश अक्सर आवाजों की धून दिलाती है अफसानों को सपनों की अहमियत पहचान देकर जाती है।

इशारों की तलाश अक्सर अंदाजों की पुकार दिलाती है अल्फाजों को नजारों की सौगात पहचान देकर जाती है।

इशारों की तलाश अक्सर दास्तानों की परख दिलाती है लहरों को खयालों की आहट पहचान देकर जाती है।

इशारों की तलाश अक्सर अरमानों की कोशिश दिलाती है बदलावों को तरानों की सुबह पहचान देकर जाती है।

इशारों की तलाश अक्सर जज्बातों की अहमियत दिलाती है लहरों को किनारों की मुस्कान पहचान देकर जाती है।

इशारों की तलाश अक्सर अंदाजों की उम्मीद दिलाती है अफसानों को दास्तानों की सरगम पहचान देकर जाती है।

इशारों की तलाश अक्सर किनारों की आहट दिलाती है अरमानों को उजालों की कहानी पहचान देकर‌ जाती है।

इशारों की तलाश अक्सर अफसानों की उमंग दिलाती है किनारों को लहरों की सौगात पहचान देकर जाती है।

इशारों की तलाश अक्सर उम्मीदों की अहमियत दिलाती है नजारों को राहों की रोशनी पहचान देकर जाती है।

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कविता. ५४७२. ज्ञएहसास की कोई।

                           एहसास की कोई। एहसास की कोई पुकार तलाश दिलाती है कदमों को जज्बातों की आहट उजाला देकर जाती है अरमानों की आस सुनाती ...