Sunday, 16 November 2025

कविता. ५६९३. कोशिश को एहसासों की।

                          कोशिश को एहसासों की।

कोशिश को एहसासों की पुकार अफसाना दिलाती है इरादों की सुबह अक्सर उम्मीदों संग आशाओं से अरमान दिलाती है।

कोशिश को एहसासों की समझ अरमान दिलाती है दास्तानों की सोच अक्सर अंदाजों संग नजारों से अरमान दिलाती है।

कोशिश को एहसासों की आहट पहचान दिलाती है कदमों की आवाज अक्सर जज्बातों संग धाराओं से अरमान दिलाती है।

कोशिश को एहसासों की परख खयाल दिलाती है सपनों की उम्मीद अक्सर अल्फाजों संग उजालों से अरमान दिलाती है।

कोशिश को एहसासों की सरगम जज्बात दिलाती है इरादों की पहचान अक्सर दिशाओं संग तरानों से अरमान दिलाती है।

कोशिश को एहसासों की आस इशारा दिलाती है लम्हों की कहानी अक्सर अंदाजों संग अदाओं से अरमान दिलाती है।

कोशिश को एहसासों की सोच आवाज दिलाती है बदलावों की आस अक्सर कदमों संग खयालों से अरमान दिलाती है।

कोशिश को एहसासों की सुबह मुस्कान दिलाती है किनारों की रोशनी अक्सर दास्तानों संग लहरों से अरमान दिलाती है।

कोशिश को एहसासों की उमंग सपना दिलाती है धाराओं की समझ अक्सर इशारों संग‌ राहों से अरमान दिलाती है।

कोशिश को एहसासों की परख नजारा दिलाती है राहों की कहानी अक्सर लम्हों संग जज्बातों से अरमान दिलाती है।

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कविता. ५६९९. आशाओं संग किनारों पर।

                        आशाओं संग किनारों पर। आशाओं संग किनारों पर सपनों की आहट एहसास दिलाती है इरादों को एहसासों की कोशिश उमंग सुनाकर जाती ...