Thursday, 27 November 2025

कविता. ५७०४. आशाओं की लहर अक्सर।

                        आशाओं की लहर अक्सर।

आशाओं की लहर अक्सर दास्तानों को अरमान दिलाती है लम्हों को सपनों की आहट संग जज्बातों के एहसास सुनाती है।

आशाओं की‌ लहर अक्सर खयालों को पहचान दिलाती है तरानों को अफसानों की सोच संग उजालों के एहसास सुनाती है।

आशाओं की लहर अक्सर किनारों को कोशिश दिलाती है अरमानों को अंदाजों की पुकार संग कदमों के एहसास सुनाती है।

आशाओं की लहर अक्सर तरानों को अल्फाज दिलाती है राहों को आवाजों की धून संग अफसानों के एहसास सुनाती है।

आशाओं की लहर अक्सर आवाजों को उमंग दिलाती है कदमों को दास्तानों की महफिल संग इशारों के एहसास सुनाती है।

आशाओं की लहर अक्सर धाराओं को तलाश दिलाती है खयालों को राहों की सरगम संग बदलावों के एहसास सुनाती है।

आशाओं की लहर अक्सर जज्बातों को उम्मीद दिलाती है इरादों को कदमों की सौगात संग अदाओं के एहसास सुनाती है।

आशाओं की लहर अक्सर उजालों को समझ दिलाती है नजारों को अरमानों की कोशिश संग लम्हों के एहसास सुनाती है।

आशाओं की लहर अक्सर अल्फाजों को सौगात दिलाती है बदलावों को इरादों की आहट संग उम्मीदों के एहसास सुनाती है।

आशाओं की लहर अक्सर लम्हों को उमंग दिलाती है आवाजों को अफसानों की पहचान संग अल्फाजों के एहसास सुनाती है।


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