Tuesday 16 August 2016

कविता. ८६९. किसी कोने मे जीवन।

                                              किसी कोने मे जीवन।
किसी कोने मे जीवन कि जरुरत छुपी होती है कोई सोच जीवन के हर पल को कोई उम्मीद देकर आगे बढती चली जाती है कोनों मे ही दुनिया कि असलीयत कई बार होती है जो जीवन कि बाते धीमे धीमे से समझाकर जाती है।
किसी कोने मे जीवन को अलग तरह कि समझ हर बार मिलती रहती है जो जीवन को नई रफ्तार और मकसद देकर चलती जाती है जिसकी सोच कोनों से आगे बढती जाती है जिन्हे समझ लेने कि जरुरत जीवन मे अक्सर नजर आती है।
किसी कोने मे जीवन को एहसास अलग मिलते है उन एहसासों के अंदर जीवन कि समझ एक धारा कि तरह हर बार जिन्दा रहती है जीवन के कोनों मे ही तो हमारी किस्मत खुशियाँ हर पल छुपी रहती है जो आगे ले चलती है।
किसी कोने मे जीवन कि ताकद हर बार जिन्दा रहती है उस कोने मे जीवन को जीने कि जरुरत होती है जो जीवन हम समझ लेते है उस जीवन मे ही कई एहसासों कि कहानी हर मोड पर जिन्दा हर बार रहती है जो दिशाए दे जाती है।
किसी कोने मे जीवन कि दुनिया हर बार अलग एहसास दे चलती है जो हमे नई तरह कि साँसे देकर आगे जाती है उन कोनों मे ही तो दुनिया हमे कुछ ऐसी बाते बताती है जिन्हे समझ लेने कि जरुरत हर पल को रहती है।
किसी कोने के अंदर ही तो हमारी किस्मत बदलती है कभी कभी जीवन कि राहे अचानक कोनों से गुजरने लगती है पर उनसे डरने कि जरुरत किसी भी पल नही होती है क्योंकि दुनिया उनसे भी आगे लेकर चलती है।
किसी कोने मे जीवन कि कहानी को समझ लेने मे ही तो दुनिया कि समझ छुपी होती है जो जीवन कि कहानी को कई अंदाज मे धीमे धीमे बदलती रहती है जो हमे आगे लेकर चलती है जीवन को अलग रोशनी देकर आगे चलती है।
किसी कोने मे जीवन को अलग तरह कि उम्मीदे मेहसूस होती है जो जीवन को कई कोनों मे जिन्दा रखने कि जरुरत हर बार हर पल मे रहती है जो जीवन को कई तरह कि साँसे देकर चलती है जिसे परख लेने कि जरुरत दुनिया को रहती है।
किसी कोने मे जीवन कि कहानी अलग अलग तरीके से बयान होती है जिसे हर पल जिन्दा रखने कि जरुरत हर मौके पर होती है जो जीवन को कई किस्सों मे जिन्दा रखती है जिसे समझकर आगे बढते रहने कि जरुरत हर बार होती है।
किसी कोने मे जीवन को समझकर जीने कि जरुरत होती है तो जीवन कि दिशाए आगे चलती है क्योंकि कोने मे ही तो दुनिया कई बार छुपी हुई दिखती है दुनिया को हर कोने मे हर कदम पर उजागर करते रहने कि जरुरत होती है।

No comments:

Post a Comment

कविता. ५१४६. सपनों को एहसासों की।

                               सपनों को एहसासों की। सपनों को एहसासों की कहानी कोशिश दिलाती है लहरों को इशारों की समझ सरगम सुनाती है उम्मीदों...