Monday 9 January 2023

कविता. ४६८१. तरानों कि पहचान अक्सर।

                             तरानों कि पहचान अक्सर।

तरानों कि पहचान अक्सर आशाओं कि सरगम सुनाती है नजारों को जज्बातों कि सोच से एहसास दिलाती है लम्हों कि सौगात संग आस सुनाती है।

तरानों कि पहचान अक्सर आवाजों कि धून सुनाती है इशारों को दास्तानों कि परख से अफसाना दिलाती है जज्बातों कि सोच संग आस सुनाती है।

तरानों कि पहचान अक्सर अंदाजों कि पुकार सुनाती है लहरों को इशारों कि समझ से सपना दिलाती है अरमानों कि आहट संग आस सुनाती है।

तरानों कि पहचान अक्सर एहसासों कि पहचान सुनाती है उजालों को बदलावों कि सोच से कोशिश दिलाती है नजारों कि सोच संग आस सुनाती है।

तरानों कि पहचान अक्सर जज्बातों कि आहट सुनाती है अंदाजों को आशाओं कि सरगम से किनारा दिलाती है बदलावों कि सुबह संग आस सुनाती है।

तरानों कि पहचान अक्सर दिशाओं कि कहानी सुनाती है लम्हों को खयालों कि सौगात से अल्फाज दिलाती है उजालों कि कोशिश संग आस सुनाती है।

तरानों कि पहचान अक्सर राहों कि मुस्कान सुनाती है अरमानों को दिशाओं कि कहानी से तलाश दिलाती है दास्तानों कि परख संग आस सुनाती है।

तरानों कि पहचान अक्सर आवाजों कि धून सुनाती है आशाओं को बदलावों कि सौगात से कोशिश दिलाती है जज्बातों कि राह संग आस सुनाती है।

तरानों कि पहचान अक्सर अंदाजों कि पुकार सुनाती है लहरों को इशारों कि समझ से अहमियत दिलाती है किनारों कि मुस्कान संग आस सुनाती है।

तरानों कि पहचान अक्सर अदाओं कि सरगम सुनाती है उजालों को सपनों कि परख से इरादा दिलाती है लहरों कि सुबह संग आस सुनाती है।

No comments:

Post a Comment

कविता. ५१६६. कोशिश की कहानी अक्सर।

                              कोशिश की कहानी अक्सर। कोशिश की कहानी अक्सर अरमानों की पुकार सुनाती है दास्तानों को एहसासों की रोशनी सौगात दिला...