Wednesday, 28 June 2023

कविता. ४८५१. उम्मीद से दिशाओं को।

                                   उम्मीद से दिशाओं को।

उम्मीद से दिशाओं को समझ सपना दिलाती है किनारों के अंदाजों की सुबह अल्फाज सुनाती है तरानों को अरमानों की पहचान देकर जाती है।

उम्मीद से दिशाओं को कोशिश आवाज दिलाती है दास्तानों के खयालों की मुस्कान आस सुनाती है अफसानों को राहों की पहचान देकर जाती है।

उम्मीद से दिशाओं को रोशनी खयाल दिलाती है कदमों के अदाओं की आवाज धून सुनाती है नजारों को जज्बातों की पहचान देकर जाती है।

उम्मीद से दिशाओं को सरगम मुस्कान दिलाती है तरानों के राहों की सौगात तलाश सुनाती है उजालों को सपनों की पहचान देकर जाती है।

उम्मीद से दिशाओं को सुबह कहानी दिलाती है लम्हों के इशारों की अहमियत खयाल सुनाती है आवाजों को बदलावों की पहचान देकर जाती है।

उम्मीद से दिशाओं को आहट आस दिलाती है अफसानों के‌ कदमों की परख सहारा सुनाती है जज्बातों को खयालों की पहचान देकर जाती है।

उम्मीद से दिशाओं को सौगात इरादा दिलाती है किनारों के तरानों की सोच अफसाना सुनाती है इशारों को लम्हों की पहचान देकर जाती है।

उम्मीद से दिशाओं को बदलाव राह दिलाती है आशाओं के लम्हों की आहट अरमान सुनाती है अंदाजों को उजालों की पहचान देकर जाती है।

उम्मीद से दिशाओं को अल्फाज खयाल‌ दिलाती है लहरों के‌ नजारों की सोच अफसाना सुनाती है एहसासों को अदाओं की पहचान देकर जाती है।

उम्मीद से दिशाओं को सोच पुकार दिलाती है उजालों के इरादों की आस सरगम सुनाती है आवाजों को अरमानों की‌ पहचान देकर जाती है।

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