Monday, 25 July 2022

कविता. ४५१३. कदमों से इशारों कि।

                                          कदमों से इशारों कि।

कदमों से इशारों कि अहमियत मिलती है दिशाओं को जो उजालों कि सरगम सुनाती है लम्हों को अरमानों कि धाराएं तलाश दिलाती है।

कदमों से इशारों कि पहचान मिलती है जज्बातों को जो एहसासों कि पुकार सुनाती है नजारों को अफसानों कि कोशिश तलाश दिलाती है।

कदमों से इशारों कि सौगात मिलती है दास्तानों को जो उम्मीदों को आवाजों कि अहमियत सुनाती है लहरों को अल्फाजों कि सोच तलाश दिलाती है।

कदमों से इशारों कि सुबह मिलती है किनारों को जो आशाओं को अदाओं कि बदलाव सुनाती है सपनों को तरानों कि मुस्कान तलाश दिलाती है।

कदमों से इशारों कि सोच मिलती है अल्फाजों को जो तरानों कि परख सुनाती है खयालों को उम्मीदों कि अहमियत तलाश दिलाती है।

कदमों से इशारों कि पुकार मिलती है राहों को अंदाजों कि मुस्कान सुनाती है एहसासों को आवाजों कि रोशनी तलाश दिलाती है।

कदमों से इशारों कि कोशिश मिलती है दास्तानों को बदलावों कि उमंग सुनाती है नजारों को अदाओं कि समझ तलाश दिलाती है।

कदमों से इशारों कि समझ मिलती है नजारों को एहसासों कि कहानी सुनाती है उजालों को अल्फाजों कि सोच तलाश दिलाती है।

कदमों से इशारों कि परख मिलती है किनारों को आशाओं कि सरगम सुनाती है जज्बातों को दिशाओं कि उम्मीद तलाश दिलाती है।

कदमों से इशारों कि कोशिश मिलती है तरानों को अंदाजों कि खयाल सुनाती है लहरों को अफसानों कि सरगम तलाश दिलाती है।

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