Friday 29 July 2022

कविता. ४५१७. दिशाओं को उजालों कि।

                                       दिशाओं को उजालों कि।

दिशाओं को उजालों कि परख पहचान सुनाती है जज्बातों को अंदाजों कि लहर आस दिलाती है नजारों संग आशाओं कि सरगम दिखाती है।

दिशाओं को उजालों कि समझ अरमान सुनाती है कदमों को दास्तानों कि सुबह एहसास दिलाती है लहरों संग अफसानों कि सरगम दिखाती है।

दिशाओं को उजालों कि सौगात तलाश सुनाती है अदाओं को लम्हों कि रोशनी खयाल दिलाती है जज्बातों संग किनारों कि सरगम दिखाती है।

दिशाओं को उजालों कि पुकार अल्फाज सुनाती है लहरों को अफसानों कि सोच समझ दिलाती है आशाओं संग एहसासों कि सरगम दिखाती है।

दिशाओं को उजालों कि राह आवाज सुनाती है किनारों को राहों कि तलाश पहचान दिलाती है खयालों संग अल्फाजों कि सरगम दिखाती है।

दिशाओं को उजालों कि कोशिश सुबह सुनाती है उम्मीदों को आवाजों कि धून मुस्कान दिलाती है अदाओं संग अरमानों कि सरगम दिखाती है।

दिशाओं को उजालों कि सोच इरादा सुनाती है इशारों को कोशिश कि परख अफसाना दिलाती है लहरों संग आवाजों कि सरगम दिखाती है।

दिशाओं को उजालों कि पुकार नजारा सुनाती है अदाओं को लम्हों कि रोशनी खयाल दिलाती है इशारों संग आशाओं कि सरगम दिखाती है।

दिशाओं को उजालों कि तलाश सपना सुनाती है एहसासों को बदलावों कि सोच इरादा दिलाती है अंदाजों संग खयालों कि सरगम दिखाती है।

दिशाओं को उजालों कि कोशिश पुकार सुनाती है नजारों को अदाओं कि समझ बदलाव दिलाती है इशारों संग कदमों कि सरगम दिखाती है।

No comments:

Post a Comment

कविता. ५१६६. कोशिश की कहानी अक्सर।

                              कोशिश की कहानी अक्सर। कोशिश की कहानी अक्सर अरमानों की पुकार सुनाती है दास्तानों को एहसासों की रोशनी सौगात दिला...