Tuesday, 25 October 2022

कविता. ४६०५. कदमों से आवाजों कि।

                                     कदमों से आवाजों कि।

कदमों से आवाजों कि धून पहचान दिलाती है लम्हों संग जज्बातों कि पुकार रोशनी दिलाती है खयालों को अंदाजों कि सौगात सरगम सुनाती है।

कदमों से आवाजों कि आस सुबह दिलाती है लहरों संग बदलावों कि मुस्कान दास्तान दिलाती है नजारों को दिशाओं कि समझ सरगम सुनाती है।

कदमों से आवाजों कि राह परख दिलाती है उजालों संग आशाओं कि सोच अरमान दिलाती है एहसासों को उम्मीदों कि सोच सरगम सुनाती है।

कदमों से आवाजों कि सौगात तलाश दिलाती है नजारों संग अंदाजों कि आस लहर दिलाती है इशारों को किनारों कि मुस्कान सरगम सुनाती है।

कदमों से आवाजों कि पुकार दास्तान दिलाती है इशारों संग किनारों कि सौगात राह दिलाती है लहरों को अदाओं कि पहचान सरगम सुनाती है।

कदमों से आवाजों कि कोशिश सपना दिलाती है लम्हों संग जज्बातों कि सुबह बदलाव दिलाती है नजारों को राहों कि सौगात सरगम सुनाती है।

कदमों से आवाजों कि उम्मीद आस दिलाती है खयालों संग उजालों कि रोशनी किनारा दिलाती है अल्फाजों को तरानों कि सुबह सरगम सुनाती है।

कदमों से आवाजों कि सोच उमंग दिलाती है इशारों संग आशाओं कि सोच अरमान दिलाती है एहसासों को राहों कि तलाश सरगम सुनाती है।

कदमों से आवाजों कि परख उजाला दिलाती है लहरों संग बदलावों कि समझ राह दिलाती है तरानों को अरमानों कि आस सरगम सुनाती है।

कदमों से आवाजों कि पहचान इशारा दिलाती है जज्बातों संग आशाओं कि सोच पुकार दिलाती है उम्मीदों को किनारों कि मुस्कान सरगम सुनाती है। 


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कविता. ५४७८. एक कोशिश अक्सर।

                       एक कोशिश अक्सर। एक कोशिश अक्सर एहसास सुनाती है खयालों संग नजारों की आस अरमान जगाती है किनारों को कदमों की सौगात दिलात...