Friday, 15 December 2023

कविता. ५०२१. हर मुस्कान किसी इशारे संग।

                           हर मुस्कान किसी इशारे संग।

हर मुस्कान किसी इशारे संग पहचान का तराना देती है कदमों को अदाओं की पुकार अफसाना सुनाती है नजारों को दिशाओं की कहानी सुनाती है।

हर मुस्कान किसी इशारे संग अरमान का सहारा देती है किनारों को सपनों की सुबह उम्मीद सुनाती है जज्बातों को बदलावों की कहानी सुनाती है।

हर मुस्कान किसी इशारे संग आवाज का इरादा देती है तरानों को अरमानों की आहट सरगम सुनाती है आशाओं को जज्बातों की कहानी सुनाती है।

हर मुस्कान किसी इशारे संग आस का अफसाना देती है दास्तानों को एहसासों की रोशनी अदा सुनाती है अंदाजों को खयालों की कहानी सुनाती है।

हर मुस्कान किसी इशारे संग अल्फाज का किनारा देती है राहों को अफसानों की समझ कोशिश सुनाती है उजालों को सपनों की कहानी सुनाती है।

हर मुस्कान किसी इशारे संग लहर का नजारा देती है खयालों को अंदाजों की सुबह पहचान सुनाती है लम्हों को किनारों की कहानी सुनाती है।

हर मुस्कान किसी इशारे संग कोशिश का तलाश देती है जज्बातों को आशाओं की सोच सरगम सुनाती है लहरों को एहसासों की कहानी सुनाती है।

हर मुस्कान किसी इशारे संग आहट का सहारा देती है आशाओं को लहरों की समझ दास्तान सुनाती है अदाओं को उम्मीदों की कहानी सुनाती है।

हर मुस्कान किसी इशारे संग उमंग का अल्फाज देती है अरमानों को जज्बातों की सौगात तलाश सुनाती है राहों को सपनों की कहानी सुनाती है।

हर मुस्कान किसी इशारे संग उम्मीद का लम्हा देती है खयालों को अफसानों की रोशनी धून सुनाती है आवाजों को कदमों की कहानी सुनाती है।


No comments:

Post a Comment

कविता. ५४७१. लहरों की कहानी अक्सर।

                          लहरों की कहानी अक्सर। लहरों की कहानी अक्सर आशाओं की सरगम दिलाती है सपनों को अरमानों की पुकार एहसास सुनाती है तरानो...