Tuesday, 5 December 2023

कविता. ५०११. आशाओं को अंदाजों की।

                            आशाओं को अंदाजों की।

आशाओं को अंदाजों की सोच तलाश दिलाती है लहरों को इशारों से अरमानों संग पहचान बदलाव देती है अदाओं को सपनों की सुबह दिलाती है।

आशाओं को अंदाजों की परख सहारा दिलाती है नजारों को दिशाओं से आवाजों संग धून अफसाना देती है उजालों को जज्बातों की सुबह दिलाती है।

आशाओं को अंदाजों की पुकार सोच दिलाती है लम्हों को दास्तानों से दिशाओं संग आस इशारा देती है एहसासों को उम्मीदों की सुबह दिलाती है।

आशाओं को अंदाजों की कहानी आस दिलाती है कदमों को अदाओं से अरमानों संग कोशिश अल्फाज देती है राहों को खयालों की सुबह दिलाती है।

आशाओं को अंदाजों की लहर अरमान दिलाती है दिशाओं को दास्तानों से आवाजों संग इरादा देती है जज्बातों को अल्फाजों की सुबह दिलाती है।

आशाओं को अंदाजों की समझ मुस्कान दिलाती है इशारों को अरमानों से जज्बातों संग सपना देती है दास्तानों को उम्मीदों की सुबह दिलाती है।

आशाओं को अंदाजों की सौगात उमंग दिलाती है लहरों को इशारों से अल्फाजों संग मुस्कान देती है किनारों को एहसासों की सुबह दिलाती है।

आशाओं को अंदाजों की कोशिश तराना दिलाती है नजारों को लम्हों से आवाजों संग आस देती है उजालों को सपनों की सुबह दिलाती है।

आशाओं को अंदाजों की रोशनी उम्मीद दिलाती है दास्तानों को एहसासों से दास्तानों संग अदा देती है तरानों को अरमानों की सुबह दिलाती है।

आशाओं को अंदाजों की उम्मीद मुस्कान दिलाती है किनारों को एहसासों से खयालों संग आवाज देती है कदमों को इशारों की सुबह दिलाती है।

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