Saturday 13 January 2024

कविता. ५०५०. तरानों को अरमानों की।

                             तरानों को अरमानों की।

तरानों को अरमानों की उमंग खयाल दिलाती है लहरों से अंदाजों की परख पहचान सुनाती है इशारों को लम्हों संग अहमियत दिलाती है।

तरानों को अरमानों की रोशनी अल्फाज दिलाती है राहों से धाराओं की कहानी अफसाना सुनाती है आशाओं को सपनों संग अहमियत दिलाती है।

तरानों को अरमानों की कोशिश आस दिलाती है नजारों से जज्बातों की पुकार आवाज सुनाती है उम्मीदों को कदमों संग अहमियत दिलाती है।

तरानों को अरमानों की सुबह पहचान दिलाती है दिशाओं से उम्मीदों की तलाश अंदाज सुनाती है एहसासों को अदाओं संग अहमियत दिलाती है।

तरानों को अरमानों की पुकार परख दिलाती है इशारों से खयालों की समझ बदलाव सुनाती है नजारों को अंदाजों संग अहमियत दिलाती है।

तरानों को अरमानों की आवाज सौगात दिलाती है कदमों से दिशाओं की कहानी एहसास सुनाती है खयालों को अल्फाजों संग अहमियत दिलाती है।

तरानों को अरमानों की उम्मीद मुस्कान दिलाती है किनारों से राहों की पुकार पहचान सुनाती है उजालों को दास्तानों संग अहमियत दिलाती है।

तरानों को अरमानों की लहर दास्तान दिलाती है आशाओं से नजारों की सुबह आवाज सुनाती है जज्बातों को किनारों संग अहमियत दिलाती है।

तरानों को अरमानों की राह तलाश दिलाती है आवाजों से बदलावों की मुस्कान आस सुनाती है एहसासों को राहों संग अहमियत दिलाती है।

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कविता. ५१६६. कोशिश की कहानी अक्सर।

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