Saturday, 20 January 2024

कविता. ५०५७. इशारों को आशाओं की।

                               इशारों को आशाओं की।

इशारों को आशाओं की मुस्कान सरगम सुनाती है अदाओं से कदमों संग आहट तलाश दिलाती है अरमानों को सपनों की राह अल्फाज दिलाती है।

इशारों को आशाओं की रोशनी समझ सुनाती है किनारों से आवाजों संग धून अफसाना दिलाती है लहरों को नजारों की कहानी अल्फाज दिलाती है।

इशारों को आशाओं की कोशिश आवाज सुनाती है उजालों से अंदाजों संग समझ सुबह दिलाती है आशाओं को बदलावों की मुस्कान अल्फाज दिलाती है।

इशारों को आशाओं की सोच आस सुनाती है खयालों से उम्मीदों संग पहचान कोशिश दिलाती है लम्हों को जज्बातों की समझ अल्फाज दिलाती है।

इशारों को आशाओं की उमंग जज्बात सुनाती है राहों से धाराओं संग दास्तान बदलाव दिलाती है दिशाओं को लहरों की परख अल्फाज दिलाती है।

इशारों को आशाओं की आहट सौगात सुनाती है आवाजों से लम्हों संग सोच तराना दिलाती है कदमों को उजालों की कोशिश अल्फाज दिलाती है।

इशारों को आशाओं की अदा सहारा सुनाती है जज्बातों से बदलावों संग आवाज किनारा दिलाती है नजारों को दिशाओं की राह अल्फाज दिलाती है।

इशारों को आशाओं की सुबह पहचान सुनाती है नजारों से उम्मीदों संग अदा इरादा दिलाती है एहसासों को दास्तानों की पुकार अल्फाज दिलाती है।

इशारों को आशाओं की राह सपना सुनाती है अरमानों से जज्बातों संग लहर समझ दिलाती है किनारों को अंदाजों की पहचान अल्फाज दिलाती है।

इशारों को आशाओं की मुस्कान कोशिश सुनाती है लम्हों से खयालों संग आहट इरादा दिलाती है अफसानों को इरादों की कहानी अल्फाज दिलाती है।


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