Wednesday 17 January 2024

कविता. ५०५४. राहों को अरमानों की।

                               राहों को अरमानों की।

राहों को अरमानों की सुबह नजारा देती है कदमों संग आशाओं की लहर इशारा देती है अफसानों को दिशाओं की सरगम खयाल देकर जाती है।

राहों को अरमानों की पुकार जज्बात देती है किनारों संग आवाजों की धून तलाश देती है लहरों को एहसासों की आहट खयाल देकर जाती है।

राहों को अरमानों की सोच कोशिश देती है अल्फाजों संग लम्हों की पहचान सहारा देती है अल्फाजों को उजालों की पुकार खयाल देकर जाती है।

राहों को अरमानों की उमंग तराना देती है लहरों संग अदाओं की सौगात दास्तान देती है अंदाजों को बदलावों की रोशनी खयाल देकर जाती है।

राहों को अरमानों की परख आस देती है जज्बातों संग दिशाओं की पुकार कहानी देती है आशाओं को सपनों की कोशिश खयाल देकर जाती है।

राहों को अरमानों की सौगात दास्तान देती है अंदाजों संग जज्बातों की सौगात तलाश देती है इरादों को उम्मीदों की सोच खयाल देकर जाती है।

राहों को अरमानों की रोशनी अल्फाज देती है तरानों संग उम्मीदों की सोच अफसाना देती है लम्हों को इशारों की समझ खयाल देकर जाती है।

राहों को अरमानों की लहर आवाज देती है अफसानों संग एहसासों की रोशनी समझ देती है कदमों को उजालों की तलाश खयाल देकर जाती है।

राहों को अरमानों की उम्मीद आस देती है दास्तानों संग बदलावों की मुस्कान उमंग देती है आवाजों को अदाओं की पहचान खयाल देकर जाती है।

राहों को अरमानों की सोच सपना देती है एहसासों संग आशाओं की आहट सहारा देती है आवाजों को कदमों की कहानी खयाल देकर जाती है।

No comments:

Post a Comment

कविता. ५१६६. कोशिश की कहानी अक्सर।

                              कोशिश की कहानी अक्सर। कोशिश की कहानी अक्सर अरमानों की पुकार सुनाती है दास्तानों को एहसासों की रोशनी सौगात दिला...