Wednesday, 10 September 2025

कविता. ५६२६. लहरों की कहानी से।

                              लहरों की कहानी से।

लहरों की कहानी से पहचान सुनाती है इशारों को जज्बातों की आहट मुस्कान दिलाती है उजालों को अरमानों की सौगात देकर जाती है।

लहरों की कहानी से अल्फाज सुनाती है नजारों को दिशाओं की महफिल उमंग दिलाती है तरानों को अंदाजों की सौगात देकर जाती है।

लहरों की कहानी से आवाज सुनाती है कदमों को अल्फाजों की कोशिश इरादा दिलाती है राहों को सपनों की सौगात देकर जाती है।

लहरों की कहानी से खयाल सुनाती है किनारों को बदलावों की पुकार आस दिलाती है अदाओं को एहसासों की सौगात देकर जाती है।

लहरों की कहानी से उम्मीद सुनाती है अफसानों को आशाओं की सुबह अंदाज दिलाती है जज्बातों को इशारों की सौगात देकर जाती है।

लहरों की कहानी से कोशिश सुनाती है अंदाजों को उजालों की रोशनी आवाज दिलाती है लम्हों को कदमों की सौगात देकर जाती है।

लहरों की कहानी से दास्तान सुनाती है इरादों को एहसासों की कोशिश किनारा दिलाती है खयालों को अदाओं की सौगात देकर जाती है।

लहरों की कहानी से आहट सुनाती है दिशाओं को राहों की अहमियत अफसाना दिलाती है आवाजों को खयालों की सौगात देकर जाती है।

लहरों की कहानी से अंदाज सुनाती है लम्हों को दास्तानों की समझ जज्बात दिलाती है आशाओं को नजारों की सौगात देकर जाती है।

लहरों की कहानी से पुकार सुनाती है अरमानों को कदमों की आस इरादा दिलाती है उम्मीदों को अदाओं की सौगात देकर जाती है।



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