Monday, 15 September 2025

कविता. ५६३१. अल्फाजों को कदमों की।

                          अल्फाजों को कदमों की।

अल्फाजों को कदमों की कहानी अहमियत दिलाती है दास्तानों की उमंग अक्सर तलाश सुनाती है उजालों को सपनों की समझ देकर जाती है।

अल्फाजों को कदमों की सौगात पहचान दिलाती है अंदाजों की पुकार अक्सर आस सुनाती है जज्बातों को बदलावों की समझ देकर जाती है।

अल्फाजों को कदमों की कोशिश अरमान दिलाती है खयालों की सोच अक्सर आवाज सुनाती है लहरों को दिशाओं की समझ देकर जाती है।

अल्फाजों को कदमों की सुबह बदलाव दिलाती है तरानों की सरगम अक्सर अंदाज सुनाती है नजारों को लम्हों की समझ देकर जाती है।

अल्फाजों को कदमों की आस नजारा दिलाती है दिशाओं की महफिल अक्सर तलाश सुनाती है राहों को इशारों की समझ देकर जाती है।

अल्फाजों को कदमों की आवाज जज्बात दिलाती है किनारों की मुस्कान अक्सर बदलाव सुनाती है अदाओं को एहसासों की समझ देकर जाती है।

अल्फाजों को कदमों की तलाश रोशनी दिलाती है अरमानों की राह अक्सर पहचान सुनाती है जज्बातों को खयालों की समझ देकर जाती है।

अल्फाजों को कदमों की परख उजाला दिलाती है उम्मीदों की सौगात अक्सर दास्तान सुनाती है इरादों को आवाजों की समझ देकर जाती है।

अल्फाजों को कदमों की आहट अरमान दिलाती है नजारों की आस अक्सर अफसाना सुनाती है उजालों को आशाओं की समझ देकर जाती है।

अल्फाजों को कदमों की सोच दास्तान दिलाती है एहसासों की रोशनी अक्सर मुस्कान सुनाती है आवाजों को धाराओं की समझ देकर जाती है।

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