Wednesday, 3 September 2025

कविता. ५६१९. सपनों की राह अक्सर।

                          सपनों की राह अक्सर।

सपनों की राह अक्सर आशाओं की पहचान दिलाती है लम्हों को कदमों की आवाज पुकार सुनाती है आशाओं की सरगम देकर जाती है।

सपनों की राह अक्सर अंदाजों की परख दिलाती है किनारों को अफसानों की उमंग दास्तान सुनाती है दास्तानों की सरगम देकर जाती है।

सपनों की राह अक्सर अरमानों की सोच दिलाती है नजारों को इशारों की आहट अफसाना सुनाती है अदाओं की सरगम देकर जाती है।

सपनों की राह अक्सर कदमों की मुस्कान दिलाती है अंदाजों को उजालों की आस खयाल सुनाती है धाराओं की सरगम देकर जाती है।

सपनों की राह अक्सर अदाओं की उम्मीद दिलाती है एहसासों को बदलावों की पुकार इरादा सुनाती है तरानों की सरगम देकर जाती है।

सपनों की राह अक्सर धाराओं की आस दिलाती है दिशाओं को अल्फाजों की दुनिया सहारा सुनाती है खयालों की सरगम देकर जाती है।

सपनों की राह अक्सर लहरों की सौगात दिलाती है जज्बातों को एहसासों की सोच समझ सुनाती है अरमानों की सरगम देकर जाती है।

सपनों की राह अक्सर अरमानों की तलाश दिलाती है इशारों को जज्बातों की रोशनी कोशिश सुनाती है अंदाजों की सरगम देकर जाती है।

सपनों की राह अक्सर दिशाओं की सुबह दिलाती है लहरों को आशाओं की महफिल बदलाव सुनाती है उम्मीदों की सरगम देकर जाती है।

सपनों की राह अक्सर अदाओं की धून दिलाती है आवाजों को धाराओं की समझ एहसास सुनाती है लम्हों की सरगम देकर जाती है।

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