Monday, 1 September 2025

कविता. ५६१७. दास्तान की कहानी अक्सर।

                         दास्तान की कहानी अक्सर।

दास्तान की कहानी अक्सर आशाओं को पहचान दिलाती है किनारों को अंदाजों संग एहसासों की मुस्कान सुनाती है।

दास्तान की कहानी अक्सर अरमानों को कोशिश दिलाती है कदमों को राहों संग अल्फाजों की मुस्कान सुनाती है।

दास्तान की कहानी अक्सर किनारों को सपना दिलाती है आवाजों को लम्हों संग आशाओं की मुस्कान सुनाती है।

दास्तान की कहानी अक्सर अफसानों को खयाल‌ दिलाती है इशारों को उजालों संग आवाजों की मुस्कान सुनाती है।

दास्तान की कहानी अक्सर तरानों को उम्मीद दिलाती है बदलावों को जज्बातों संग उम्मीदों की मुस्कान सुनाती है।

दास्तान की कहानी अक्सर दिशाओं को रोशनी दिलाती है लहरों को अल्फाजों संग राहों की मुस्कान सुनाती है।

दास्तान की कहानी अक्सर कदमों को आस दिलाती है अफसानों को धाराओं संग नजारों की मुस्कान सुनाती है।

दास्तान की कहानी अक्सर अदाओं को रोशनी दिलाती है जज्बातों को कदमों संग खयालों की मुस्कान सुनाती है।

दास्तान की कहानी अक्सर राहों को अहमियत दिलाती है नजारों को तरानों संग दिशाओं की मुस्कान सुनाती है।

दास्तान की कहानी अक्सर एहसासों को परख दिलाती है अंदाजों को अरमानों संग धाराओं की मुस्कान सुनाती है।

No comments:

Post a Comment

कविता. ५६३०. कदमों की सौगात संग।

                            कदमों की सौगात संग। कदमों की सौगात संग अरमानों की समझ इशारा दिलाती है लम्हों को सपनों की आहट एहसास देकर आगे बढती...