Friday 4 November 2016

कविता. १०२८. हमे अपने मन को।

                                            हमे अपने मन को।
हर बार हमे अपने मन को रोकना आसान नही होता है पर कभी कभी वह जीवन कि जरुरत होती है जो जीवन को समझ लेने कि जरुरत हर बार होती है क्योंकि मन कि हर बात सही नही होती है जो मन को सही दिशा दे वह बात जरुरी होती है।
हर बार हमे अपने मन कि सोच सही नही होती है पर कभी कभी उसे अनदेखा करना यह बात भी सही नही होती है जीवन कि कहानी कई किस्सों मे जिन्दा रहती है पर कब मन कि सुने कब ना सुने यह सोच समझ लेनी होती है।
हर बार हमे अपने मन के कई किस्सों मे समझ लेने कि जरुरत जीवन को अक्सर कई मोडों पर होती है क्योंकि हर किस्से को परखकर दुनिया कई दिशाओं मे जाने कि जरुरत हर बार होती है जो जीवन को कई किस्सों मे आगे लेकर जाने मे होती है।
हर बार हमे अपने मन के अंदर कई किनारों पर हमे दुनिया को समझ लेने कि जरुरत रहती है जो मन को कई किस्सों मे कहती है जो मन मे कई सही और गलत दोनों तरह कि कहानी अक्सर रखती है जिसे परख लेने कि जरुरत होती है।
हर बार हमे अपने मन के अंदर कई खयालों को समझकर आगे जाने की जरुरत रहती है क्योंकि मन मे कई खयालों कि रोशनी हर पल जिन्दा रहती है जो जीवन मे कई किस्सों कि दिशाए देती है पर हमे सही दिशा समझ लेने कि जरुरत होती है।
हर बार हमे अपने मन के भीतर के तूफानों को समझ लेने कि जरुरत हर मौके पर होती है क्योंकि दिशाओं मे बदलाव कि कहानी हर बार जिन्दा रहती है जो जीवन मे कई किस्सों को समझकर आगे चलती है मन के सही सोच को समझ लेने की जरुरत होती है।
हर बार हमे अपने मन के खयालों कि तलाश मन को अक्सर रहती है जो हमे कई दिशाओं मे लेकर चलती है जो हमे बताती है कि जीवन मे कई किस्सों मे जीने कि जरुरत रहती है जो जीवन मे कई दिशाए देकर चलती है वह सोच मन कि उम्मीद मे होती है।
हर बार हमे अपने मन के सोच को समझकर आगे जाने कि जरुरत होती है पर अक्सर मन कि बाते अधूरीसी होती है जो हर बार मन को कई दिशाओं मे आगे लेकर जाये वह बात हमारे जीवन मे अक्सर कई खयाल देती है पर सही बात मन से ढूँढने कि जरुरत होती है।
हर बार हमे अपने मन को कई किनारों मे समझकर उम्मीदे जिन्दा रखने कि जरुरत रहती है जो मन को कई किनारों पर कई कहानियों से परखकर चलती है क्योंकि मन कि सही बात समझकर आगे चलते रहने कि जरुरत हर मौके पर अक्सर होती है।
हर बार हमे अपने मन को कई किस्सों मे समझ लेने कि जरुरत होती है क्योंकि मन मे कई बातों कि कहानियाँ जिन्दा रहती है जिन्हे समझकर आगे चलते जाने कि जरुरत रहती है क्योंकि मन मे जो सही राह हो उस राह को पकडकर चलते रहने कि जरुरत होती है।

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