Thursday 3 November 2016

कविता. १०२७. हर कदम पर जीवन।

                                               हर कदम पर जीवन।
हर कदम पर जीवन कि धारा को परखना होता है कदमों के अंदर ही जीवन को कई किस्सों मे समझना होता है जो कदमों को समझ ले वह जीवन का हिस्सा हर बार अलगसा लगता है जो जीवन को कदमों कि ताकद देकर चलता है।
हर कदम पर जीवन कि धारा मे बदलाव का हिस्सा होता है जो कदमों को समझ दे जाये वह एहसास प्यारा और जीवन मे अच्छा लगता है जो हर कदम के अंदर सोच अलगसी देकर आगे बढता है जो जीवन मे आगे लेकर चलता है।
हर कदम पर जीवन कि धारा को अलग एहसास मे समझ लेना जरुरी रहता है जो जीवन को कई किस्सों मे समझ लेना अहम तरह का लगता है जो कदमों को ताकद के अंदर जीवन को अलग तरह कि दिशाए दिखाकर चलता है।
हर कदम पर जीवन कि धारा को किसी बात के अंदर समझ लेने कि जरुरत जीवन को हर किस्से मे होती है जो कदमों को समझ ले वह जीवन कि धारा कई किनारों से बदलाव देकर अक्सर गुजरती रहती है कदमों को समझ लेना हर बार आगे लेकर चलती है।
हर कदम पर जीवन कि धारा को मतलब देकर जाना जीवन मे अहम लगता है जो कदमों को ताकद देकर आगे लेकर चलता है वह किनारा कदमों को अलग तरह का इशारा देकर हर मौके पर उम्मीदे देकर आगे चलता है।
हर कदम पर जीवन कि धारा को बदलाव के साथ परखना होता है क्योंकि कदमों के साथ ही तो जीवन को कई किस्सों का मतलब मिलता है जो हर कदम मे कुछ सीख देता है क्योंकि कदमों से ही तो जीवन मे मौकों को परख लेने का किस्सा चलता है।
हर कदम पर जीवन कि धारा को समझकर दुनिया को समझकर आगे जाने कि जरुरत होती है जो कदमों को अलग तरह कि समझ देकर आगे बढती है वह हर कदमों के अंदर साँसों कि ताकद और समझ देकर चलती है।
हर कदम पर जीवन कि धारा को परखकर चलते जाने कि आदत जीवन को उम्मीदे हर पल देकर आगे चलती है क्योंकि कदमों को हर मोड पर कुछ ना कुछ दिलचस्प तो जीवन मे मिलता रहता है जो आगे लेकर चलता है।
हर कदम पर जीवन कि कहानी बदलाव देकर जाती है क्योंकि कदमों मे ही तो हमारी हकिकत हर बार छुपी रहती है जो कई मंजिलों तक लेकर जाती है क्योंकि कदमों मे ही तो जीवन कि कहानी हर बार जिन्दा रहती है जिसमे खुशियों को समझकर चलता है।
हर कदम पर जीवन का बदलाव हर बार अलग असर करता है जिसे परख लेने कि जरुरत हर किस्से मे रहती है क्योंकि कदमों को परखकर ही तो दुनिया कि कहानी का कोई अलग किस्सा बनाकर जीवन को आगे लेकर चलता है।

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