Saturday 26 November 2016

कविता. १०७२. हर पल को समझ लेने।

                                           हर पल को समझ लेने।
हर पल को समझ लेने कि ताकद जीवन मे अक्सर हर बार रहती है क्योंकि हर पल को समझकर उसके अंदर कई किसम कि कहानियाँ जीवन को कई तरह के एहसास देकर जाती है जो जीवन को अलग किसम का विश्वास देकर चलती है।
हर पल को समझ लेने कि ताकद मन को नही होती है क्योंकि पलों मे कुछ अलग तरह कि दुनिया हर बार जिन्दा रहती है जो पलों को अलग समझ देकर आगे चलती है क्योंकि पल मे ही तो दुनिया को परख लेने कि ताकद रहती है जो आगे चलती है।
हर पल को समझ लेने कि ताकद ही तो जीवन मे कई रंगों कि कहानी देकर आगे जाती है पर कई बार किसी एहसास को हर पल मे समझ लेने कि जरुरत हर कहानी को हर बार रहती है जो जीवन मे पलों को मतलब और अलग मकसद देकर चलती है।
हर पल को समझ लेने कि ताकद जीवन मे आसान नही होती है क्योंकि बदलते जाना ही तो हर पल कि फिदरत होती है जो जीवन को कई किसम कि जिन्दगी हर बार दे जाती है क्योंकि पलों को समझकर ही तो दुनिया हर बार उम्मीदे देकर चलती है।
हर पल को समझ लेने कि ताकद जीवन को कई रंगों को समझ लेने से जरुरी होती है क्योंकि पलों मे ही हमारी दुनिया अक्सर बंद हो जाती है वह हर पल मे ही जीवन कि दुआ परखकर आगे बढती है क्योंकि पलों को समझ लेने कि चाहत आगे उम्मीदे देकर चलती है।                                                                                                  हर पल को समझ लेने कि ताकद जीवन को कई किस्सों को समझ लेने कि ताकद हर मौके पर हर बार आगे बढती जाती है क्योंकि पलों के अंदर ही तो जीवन कि कहानी हर मौके पर दुनिया को अलग एहसास दिखाती रहती है जो हमे आगे लेकर चलती है।
हर पल को समझ लेने कि ताकद जीवन को अलग ताकद देने कि समझ बस उम्मीदों से मिलती है जो हमे हर बार आगे लेकर जाती है क्योंकि हर पल मे ही तो दुनिया कि हकिकत हर बार छुपी रहती है जो जीवन को आगे लेकर चलती है।
हर पल को समझ लेने कि अहमियत हर बार जीवन मे नही मेहसूस हो पाती है क्योंकि पलों मे ही जीवन के कदमों को समझ लेने कि जरुरत जीवन को हर बार होती है जो जीवन को कई तरह कि पहचान देकर आगे लेकर चलती है।
हर पल को समझ लेने कि ताकद जीवन मे अक्सर होती है क्योंकि पलों मे ही तो दुनिया कि हकिकत को कई धाराओं मे पहचान लेने कि समझ जीवन को हर बार होती है जो पल मे ही जीवन कि हकिकत है पर उन्हे बिना समझे ही जीवन कि कहानी चलती है।
हर पल को समझ लेने कि जरुरत जीवन के अंदर अलग अंदाज मे होती है जो जीवन को कई मौकों पर आगे लाती है वह हर पल के साथ आगे बढती है क्योंकि पलों मे ही तो जीवन कि कहानी हर बार जिन्दा है जो जीवन को साँसे देकर आगे लेकर चलती है।

No comments:

Post a Comment

कविता. ५१४७. अरमानों को दिशाओं की कहानी।

                       अरमानों को दिशाओं की कहानी। अरमानों को दिशाओं की कहानी सरगम सुनाती है इशारों को लम्हों की पहचान बदलाव दिलाती है लहरों...