Friday 17 March 2017

कविता. १२९४. हर दिशा मे सूरज कि रोशनी।

                                                  हर दिशा मे सूरज कि रोशनी।
हर दिशा मे सूरज कि रोशनी फैलती जाती है जो जीवन मे कई किनारों को अलग उजाला देती जाती है जो जीवन मे कई किरणों का उजाला रहता है जो हर कोने से रोशनी अलग रंग दिखाकर चलती है।
हर दिशा मे सूरज कि रोशनी फैलती जाती है जो जीवन मे कई एहसासों को अलग पहचान दिलाती जाती है जो जीवन मे कई एहसासों को जिन्दा करती है जो हर किस्से के संग अलगसा विश्वास देकर चलती है।
हर दिशा मे सूरज कि रोशनी फैलती जाती है जो जीवन मे कई मौसम को बदलाव कि धारा बनती है जो हर किरणों को अलग एहसास कि पुकार हर सोच को नयी पहचान दिलाती जाती है जो जीवन मे उजाले कि पहचान देकर चलती है।
हर दिशा मे सूरज कि रोशनी फैलती जाती है जो जीवन मे कई किसम कि पहचान हर बार जीवन को उजाले देकर आगे बढती है जो जीवन मे कई रंगों कि दुनिया को उजाला हर मौके पर देकर आगे चलती है।
हर दिशा मे सूरज कि रोशनी फैलती जाती है जो जीवन मे कई रंगों कि दुनिया को बदलाव देकर आगे बढती है वह हर किस्से के संग दुनिया को सुंदरता कि नयी बुंलदीयाँ देती जाती है जो सुंदर मन कि सुंदरता को अहमियत देकर आगे चलती है।
हर दिशा मे सूरज कि रोशनी फैलती जाती है जो खयालों को अलग पुकार दिलाती रहती है जो जीवन मे कई कोनों को रोशनी देकर जाती है वह हर किनारे के साथ दुनिया को उजाला दे जाती है जो जीवन मे कई रंगों के सहारे आगे चलती है।
हर दिशा मे सूरज कि रोशनी फैलती जाती है जो खयालों को अलग तरह की पहचान हर किस्से के संग देकर रहती है हर बार रोशनी कई कोनों मे फैलकर उजाला दिलाती है वह हर इशारे को पहचान दिलाती है वह जीवन मे आगे चलती है।
हर दिशा मे सूरज कि रोशनी फैलती जाती है जो जीवन मे कई रंगों को ताकत हर पुकार के साथ देकर आगे बढती है वह हर कोने पर अलग एहसास हर किस्से कि पहचान बदलता रहता है उसके सहारे हर बार हर कहानी आगे चलती है।
हर दिशा मे सूरज कि रोशनी फैलती जाती है जो जीवन मे कई इशारों को अलग पुकार दिखाती रहती है जो रोशनी हर मोड पर उजाला दे जाती है जो जीवन मे हर कोने को रोशनी कि अलग पहचान देकर आगे चलती है।
हर दिशा मे सूरज कि रोशनी फैलती जाती है जो जीवन मे कई एहसासों को अलग दिशाओं से पहचान देकर जाती है वह हर किस्से को उजाला दिलाती है वह हर कोने के साथ दुनिया मे अलग रोशनी देकर आगे चलती है। 

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