Saturday 25 March 2017

कविता. १३१०. हर पडदे के पार कोई कहानी।

                                              हर पडदे के पार कोई कहानी।
हर पडदे के पार कोई कहानी जिन्दा रहती है जो जीवन को कई पडदों के साथ कई तरह के मकसद हर पल देकर जाती है वह पडदे को अलगसा एहसास हर बार दिखाती है वह हर पडदे के पिछे दुनिया को दिखाती है।
हर पडदे के पार कोई कहानी एहसास जताती रहती है जो जीवन को कई इशारों के साथ नया एतबार दिखाती है वह पडदे के अंदर कोई अलग किसम कि दुनिया हर मौके के साथ दिलाती है वह नयी सुबह दिखाती है।
हर पडदे के पार कोई कहानी पहचान के साथ दिलाती रहती है जो जीवन को कई उजालों को एतबार जताती है वह पडदे के पार कोई अलग पुकार होती है जो जीवन मे दुनिया को हर लम्हा पडदे के पार दिखाती है।
हर पडदे के पार कोई कहानी अलग उजाले के साथ रोशनी दिलाती रहती है जो जीवन को कई किनारों से हर मौके के साथ समझ अलग किसम कि पहचान देकर जाती है जो जीवन मे कई पडदों के पार अलग दुनिया दिखाती है।
हर पडदे के पार कोई कहानी अलग एहसास के साथ समझ दिलाती रहती है जो जीवन मे कई रंगों को कई खयालों को उजाला दिलाती है जो कहानी को अलग किरदारों के साथ अलग तरह कि रोशनी दिखाती है।
हर पडदे के पार कोई कहानी अलग रोशनी के साथ आगे चलने कि उम्मीद दिलाती रहती है जो जीवन मे एहसासों को अलग पहचान पडदों के पार अक्सर जिन्दा रहती है जो जीवन मे कई पडदों के पार अलग उजाला दिखाती है।
हर पडदे के पार कोई कहानी अलग किनारे के साथ पहचान अलगसी दिलाती रहती है कोई कहानी को अलग पहचान जब मिलती है पडदे के पार कोई कहानी हर बार जिन्दा रहती है जो जीवन मे पडदे के पार अलग कहानी को मतलब दिखाती है।
हर पडदे के पार कोई कहानी अलग आवाज के साथ दुनिया को अलगसी रोशनी दिलाती रहती है हर बार पडदे के पार कुछ एहसासों को समझ लेने कि जरुरत जीवन को हर मौके पर अलग निशानी हर पल मे अक्सर दिखाती है।
हर पडदे के पार कोई कहानी अलग समझ के साथ दुनिया को सुबह कि अलगसी हवाएं दिलाती है जो जीवन मे कई किस्सों को अलग किनारों के साथ कई तरह के मकसद देकर आगे बढती रहती है जो उम्मीद दिखाती है।
हर पडदे के पार कोई कहानी अलग निशानी के साथ दुनिया को कई इशारों कि रोशनी हर बार दिलाती है जो जीवन मे कई रंगों को अलग सहारा देकर जाती है जो पडदे को कई किसम कि दुनिया उसके पार दिखाती है। 

No comments:

Post a Comment

कविता. ५१५०. अफसानों की समझ अक्सर।

                           अफसानों की समझ अक्सर। अफसानों की समझ अक्सर आवाज दिलाती है तरानों को कदमों की आहट परख दिलाती है दास्तानों को एहसास...