Sunday 26 March 2017

कविता. १३१२. हर राह को हर लम्हा।

                                        हर राह को हर लम्हा।
हर राह को हर लम्हा जीने कि जरुरत रहती है हर किस्से को समझकर दुनिया आगे चलती है पर राहों के सहारे ही तो जीवन मे नयी दुनिया दिखती है जो जीवन मे कई इशारों से इरादे हर मौके पर अलग उजाला देती जाती है।
हर राह को हर लम्हा जीवन को अलग पुकार देता रहता है जो जीवन मे कई कहानियों को अलग किसम कि समझ दिशाओं के साथ मिलती है जो पहचान अलगसी मिलती है जो जीवन मे मकसद देती जाती है।
हर राह को हर लम्हा कोई अलग रोशनी देता रहता है जो जीवन मे कई रंगों कि दुनिया को अलग तरह की समझ दिलाते रहते है जो जीवन मे कई एहसासों को राह अलगसी बताकर चलते है हर समझ जीवन मे उजाला देती जाती है।
हर राह को हर लम्हा कोई अलग पुकार देता रहता है जो जीवन मे कई एहसासों कि दिशाओं को अलग मुस्कान दिलाती रहती है जो जीवन मे राह के साथ कई दिशाओं को मतलब दिलाती है जो जीवन मे उजाला देती जाती है।
हर राह को हर लम्हा कोई अलग मकसद देता रहता है जो जीवन मे कई रंगों कि पहचान हर मौके पर कोई जज्बात जिन्दा करती है वह जीवन मे हर किस्से को समझकर हर खयाल को जब परख को अलग समझ देती जाती है।
हर राह को हर लम्हा कोई अलग सुबह रोशनी देता रहता है जो जीवन मे कई इशारों कि जरुरत हर मकसद को कोई खयाल को जब समझ दिलाती है वह हर मौके को हर दिशा के साथ परख देती जाती है।
हर राह को हर लम्हा कोई अलग पहचान बनता रहता है जो जीवन मे कई एहसासों कि कहानी कई किरदार देकर चलती है जो जीवन मे राह को कई किनारों मे मतलब दिलाती जाती है जो जीवन मे कोई एहसास देती जाती है।
हर राह को हर लम्हा कोई अलग पुकार मिलती रहती है जो जीवन मे कई रंगों कि दिशाए हर बार दिखाकर आगे जाती है हर राह को हर बार कहानी बदलाव दिलाती जाती है जो जीवन मे कई एहसासों मे रोशनी अलग देती जाती है।
हर राह को हर लम्हा कोई अलग सोच मिलती रहती है जो जीवन मे कई एहसासों कि तकदीर लिखती रहती है वह हर बार किसी आवाज को मतलब देकर चलती है वह हर कहानी के लब्जों को नयी रोशनी देती जाती है।
हर राह को हर लम्हा कोई अलग उजाले कि आहट मिलती रहती है जो जीवन मे कई मकसदों के साथ किसी मौके को पुकार देकर चलती है हर पल मे कई खयालों कि दुनिया जिन्दा रहती है जो जीवन मे कई एहसासों को अलग दिशाए देती जाती है। 

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