Monday 20 March 2017

कविता. १३०१. हर किनारे को उजाला देने कि।

                                             हर किनारे को उजाला देने कि।
हर किनारे को उजाला देने कि जरुरत होती है पर उस उजाले कि आहट मन मे छुपी होती है वह हर किनारे को अलग अंदाजों के साथ नयी रोशनी देकर चलती है वह हर बार जीवन मे उजाले देकर जाती है।
हर किनारे को उजाला देने कि पहचान हर इशारे मे छुपी होती है जो जीवन मे कई किस्सों को जज्बात कई तरह के दिलाती है हर बार किनारों पर नजारे कई किसम के देकर चलती है वह जीवन मे उजाले देकर जाती है।
हर किनारे को उजाला देने कि सौगाद हर दिशाओं के साथ कोई कहानी बनती है जो जीवन मे कई किस्सों को अलग निशानी देती है हर किनारे पर उजाला कुछ अलग बात कहता है हर बार हर नजारे कि पुकार कुछ अलग सोच देकर जाती है।
हर किनारे को उजाला देने कि जरुरत हर मकसद के लिए अक्सर रहती है क्योंकि अंधेरे मे कहानी लिखी नही जाती है हर बार उजाले कि निशानी कोई आवाज को अलग एहसास के संग कुछ नया अक्सर देकर जाती है।
हर किनारे को उजाला देने कि जरुरत हर लम्हा होती है क्योंकि अंधेरे मे चीजों को देख लेने कि ताकत अक्सर हम मे नही होती है जो वह कर ले उसकी किस्मत हर कहानी को मतलब दिखाती है पर वह ताकत को कुछ किस्मत देकर जाती है।
हर किनारे को उजाला देने कि अहमियत हर पल मे होती है वह हर उजाले को नयी किरणों के संग आगे लेकर चलती है हर बार किनारों को अलग समझ अक्सर रहती है जो जीवन मे कई किस्सों को मकसद देकर जाती है।
हर किनारे को उजाला देने कि पुकार दुनिया देखने कि चाहत दिलाती है जो अक्सर मन मे हर मौके पर छुपी होती है जो जीवन मे उजाले के अंदर कई मतलब ढूँढ कर हर पल के साथ हर दिशा को रोशनी देकर जाती है।
हर किनारे को उजाला देने कि पहचान दुनिया को कई एहसासों के संग अलगसा विश्वास देती है जो जीवन मे कई इशारों को अलग रोशनी का मतलब दिलाती है जो जीवन मे कई किस्सों को नया उजाला देकर जाती है।
हर किनारे को उजाला देने कि कोशिश दुनिया को कई लम्हों के संग अलगसा एतबार देती है जो जीवन मे कई रंगों को अलग आवाज के साथ आगे लेकर चलती है जो जीवन मे कई तरह कि रोशनी देकर जाती है।
हर किनारे को उजाला देने कि अहमियत दुनिया को कई तरह के मतलब दिखाती है जो जीवन मे कई रंगों को नया किनारा दिलाकर आगे बढती रहती है जो जीवन मे कई किस्सों को अलग तरह कि सुबह देकर जाती है। 

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