Monday 6 March 2017

कविता. १२७३. जाने क्यूँ मन मे आवाज अलगसी आती है।

                                     जाने क्यूँ मन मे आवाज अलगसी आती है।
जाने क्यूँ मन मे आवाज अलगसी आती है जो जीवन कि समझ को एहसास कुछ ऎसा दिखाती है कि हर लम्हे के संग दुनिया हर पल मे खुशियाँ लाती है वह आवाज ही तो दुनिया को बनाती है एक अलग ताकत देकर जीवन को बदलकर जाती है।
जाने क्यूँ मन मे आवाज अलगसी आती है जो जीवन मे हर दिशा को रोशनी अलगसी दे जाती है वह हर किस्से को बदलकर दिशाए अलग तरह कि दिखाती है वह हर समय कोई अलग समझ देकर हर पल आगे जाती है।
जाने क्यूँ मन मे आवाज अलगसी आती है जो जीवन मे हर किस्से कि पहचान बदलकर जाती है वह हर किनारे पर दुनिया को हर लम्हा कोई एहसास सुबह का दिलाकर चलती है वह हर  बार  उम्मीदों को आगे लेकर जाती है।
जाने क्यूँ मन मे आवाज अलगसी आती है जो जीवन मे हर कदम पर जीवन को पुकार दिखाती है हर किनारे पर जीवन कि धारा हर किस्से का एहसास बदल देती है वह हर राह को अलग दिशा दिलाकर हर पल आगे जाती है।
जाने क्यूँ मन मे आवाज अलगसी आती है जो जीवन मे हर मोड पर जीवन को हर मौके पर एहसास जुदा देती है हर बार कोई बात जब जीवन मे होती है वह हर बार किसी लम्हे के सहारे दुनिया को जीने की उम्मीद देकर जाती है।
जाने क्यूँ मन मे आवाज अलगसी आती है जो जीवन मे हर किस्से मे पहचान अलग दिखाती है जो हर बार दिशाओं को बदलती जाती है वह हर सोच के संग लम्हों को एतबार अलगसा दिलाती है वह उम्मीदों के संग आगे जाती है।
जाने क्यूँ मन मे आवाज अलगसी आती है जो जीवन मे हर पल के साथ पुकार अलग दिखाती है जो जीवन मे कई रंगों कि पहचान बदलकर आगे बढती है वह हर लम्हा कोई अलग कहानी दिखाकर आगे जाती है।
जाने क्यूँ मन मे आवाज अलगसी आती है जो जीवन मे हर पुकार को एहसास अलगसा देती है जो मन मे कोई अलग तरह कि समझ हर मौके पर दिलाती है वह हर सोच को कोई एहसास जुदासा देकर आगे जाती है।
जाने क्यूँ मन मे आवाज अलगसी आती है जो जीवन मे हर मोड पर अलग तरह का मौका हर लम्हा दिखाती है वह आवाज जीवन मे कोई नया उजाला देती है वह हर पल मे कोई अलग सुबह हर किस्से को देकर आगे जाती है।
जाने क्यूँ मन मे आवाज अलगसी आती है जो जीवन मे कई रंगों कि दुनिया को एहसास अलगसा देकर आगे जाती है वह हर लम्हा कोई अलग सुबह दिखाती है वह हर किस्से के साथ जीवन को हर मौके पर समझकर आगे जाती है। 

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