Wednesday 12 April 2017

कविता. १३४६. हर लब्ज के अंदर कहानी।

                                                    हर लब्ज के अंदर कहानी।
हर लब्ज के अंदर कहानी को बदलाव कि पुकार मिलती है जो जीवन मे हर खयाल को अलगसी धारा देती है जो लब्जों के सहारे जीवन मे कई रंगों कि धाराएं हर पल को दिखाती है वह रोशनी हर पल के साथ दे जाती है।
हर लब्ज के अंदर कहानी को समझ कि पुकार मिलती है जो जीवन मे हर हवाओं को अलगसी उम्मीद देती है जो लब्जों के सहारे जीवन मे कई एहसासों कि दिशाए हर मौके पर उजाला देती है हर किस्से के साथ पहचान देकर जाती है।
हर लब्ज के अंदर कहानी को समझ कि पुकार मिलती है जो जीवन मे हर किरणों को अलग किसम कि रोशनी हर इशारे मे देती है जो लब्जों के सहारे जीवन मे कई एहसासों को हर लम्हा देती है हर इशारे के संग आवाज देकर जाती है।
हर लब्ज के अंदर कहानी को एहसास कि आवाज मिलती है जो जीवन मे हर खयाल को अलग जज्बात कि धाराओं को एहसास अलगसा देकर जाती है जो जीवन मे कई रंगों को उजाला दिखाकर उम्मीदे देकर जाती है।
हर लब्ज के अंदर कहानी को किनारों कि आवाज मिलती है जो जीवन मे हर एहसास को अलग रोशनी हर पल के साथ जिन्दगी देकर जाती है जो जीवन मे कई किस्सों को अलग किनारों से उजाला देकर जाती है।
हर लब्ज के अंदर कहानी को बदलाव कि आवाज मिलती है जो जीवन मे हर कदम को अलग सोच हर मौके के साथ अक्सर देकर जाती है जो जीवन मे कई दिशाओं को अलग मतलब कि कहानी देकर जाती है।
हर लब्ज के अंदर कहानी को एहसासों कि दिशाए मिलती है जो जीवन मे हर मौके को अलग पहचान हर राह के साथ अक्सर देकर जाती है जो जीवन मे कई रंगों को अलग इशारों के साथ उम्मीद देकर जाती है।
हर लब्ज के अंदर कहानी को इशारों कि उम्मीदे मिलती है जो जीवन मे हर कदम को अलग किनारा हर किस्से के साथ अक्सर देकर जाती है जो जीवन मे कई राहों मे कई एहसासों को अलग रोशनी के साथ उजाला देकर जाती है।
हर लब्ज के अंदर कहानी को रंगों कि पहचान मिलती है जो जीवन मे हर किस्से को अलग अंदाजों मे हर बार इशारे के साथ किनारा अक्सर देकर जाती है जो जीवन मे कई इशारों मे कई एहसासों कि दिशाए हर मौके पर देकर जाती है।
हर लब्ज के अंदर कहानी को विश्वास कि पहचान मिलती है जो जीवन मे हर इशारे को अलग उजाला हर बार मौके के साथ देकर जाती है जो जीवन मे कई रंगों मे कई एहसासों कि पुकार हर पहचान पर देकर जाती है। 

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