Wednesday 5 April 2017

कविता. १३३२. हर बार फूलों को।

                                               हर बार फूलों को।
हर बार फूलों को पहचान लेने कि जरुरत रहती है जो जीवन मे कई किस्सों को अलग किनारों से आगे रखती है हर बार किनारों को अलग उजाला देती है वह हर एहसास को समझ लेने कि जरुरत हर मकसद को देती है।
हर बार फूलों को एहसास अलगसा देकर जाती है जो जीवन मे कई रंगों को अलग उजाला देकर जाती है वह हर किस्से को एहसास के साथ सुंदरता दिखाती है आगे जाकर भी नजर को उजाला दिखाकर उम्मीदे देती है।
हर बार फूलों को रोशनी अलगसा इशारा देकर जाती है जो जीवन मे कई किनारों को अलग इशारा दिलाती है वह हर उजाले को पुकार के साथ जीवन को उम्मीद दिलाती है वह हर परख को अलग इशारों को रोशनी कि पहचान देती है।
हर बार फूलों को पलकों के सहारे उजाला देकर आँखें जाती है कुछ फूलों मे खास एहसासों कि दिशाए हर बार जिन्दा रहती है जो जीवन मे कई कहानियों मे अलग दास्तान दिलाकर चलती है जो जीवन मे कई रंगों से उम्मीद देती है।
हर बार फूलों को कुछ खास कहानी जज्बात दिलाती रहती है जो जीवन मे कई रंगों कि कोमलता हर बार जीवन मे उजाला दिलाती रहती है वह हर बार फूलों के एहसासों को रोशनी अलग पहचान देती है।
हर बार फूलों को कुछ खास आदत रहती है जो जीवन मे कई एहसासों को इशारों के साथ आगे बढती है जो जीवन मे कई रंगों को एहसास अलगसा दिखाती है वह हर फूल के साथ दुनिया को कई जज्बात हर पल देती है।
हर बार फूलों को कुछ अलग तरह से आगे बढने कि जरुरत हर बार रहती है जो जीवन मे कई मकसद दिलाकर हर पल के साथ आगे चलती है कई बार फूलों मे एक ताकत नजर आ जाती है हर बार वह जीवन को अलग विश्वास देती है।
हर बार फूलों को कुछ नजारों को बनाने कि आदत होती है वह हर बार नजारों मे कई इशारों को मकसद दिलाती है वह फूलों कि दुनिया मे कई रंगों कि दुनिया हर मौके पर रखती है वह हर बार जीवन मे फूलों से नयी साँस देती है।
हर बार फूलों को कुछ पहचान को समझ लेने कि आस हो ऐसे मन कि आवाज कहती है जो जीवन मे फूलों को कई तरह के मतलब हर बार अपने खुशबू से देकर चलती है हर बार फूलों मे अलग पहचान होती है वह जीवन मे रोशनी देती है।
हर बार फूलों को कुछ धारा से समझ लेने कि आदत हर बार होती है वह फूलों के कई एहसासों को अलग पुकार दिलाती है वह हर किस्से मे फूलों को कुदरत का अलग एहसास दिखाती है जो जीवन मे कई किनारों से मकसद देती है। 

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