Tuesday 11 July 2017

कविता १५२६. हर बार लब्ज कुछ।

                                                 हर बार लब्ज कुछ।
हर बार लब्ज कुछ खामोश लगते है पर फिर भी मन के परिंदे अफसोस नही करते उडान उनकी फिदरत है वह उडते रहते है खामोश तरानों मे जीवन कि कहानी को कई दिशाओं से कहते रहते है वह हर गीत कि धून को बदलकर चलते है वह कदमों कि जरुरत को अलग दिशाओं से परख लेते है जो जीवन मे हर मौके को अलग एहसास देते है जो जीवन मे हर  किस्से को अलग किनारों कि आस देकर चलते है।
हर बार लब्ज कुछ अधूरे लगते है पर फिर भी मन के एहसासों को अलग किनारे मिलते रहते है जो जीवन मे हर किस्से को अलग एहसास दिखाते है जो जीवन मे हर सोच को अलग किनारे से आगे लेकर चलते है जो जीवन मे हर खयाल को अलग जज्बात से उपर जाने कि उम्मीदे देकर चलते है हर मोड को वह उडान कि जरुरत देते है जो जीवन मे हर किस्से को अलग कदमों कि ताकत देकर चलते है।
हर बार लब्ज कुछ कम से लगते है पर फिर भी मन के किनारों को अलग उजाले देकर हम उडते रहते है हर किस्से को अलग बातों के सहारे हम समझ लेते है हर बार किसी तराने को हम परखकर आगे चलते है हर मौके पर हम अक्सर लब्जों के सहारे जीवन मे चलते रहते है हर किस्से को एहसास के साथ समझकर आगे बढते है हर मोड पर हम लब्जों को अलग तराने अक्सर हर पल के साथ देकर चलते है।
हर बार लब्ज कुछ नाराज से लगते है पर फिर भी मन के एहसासों को अलग सपने देकर हम सतरंगी दुनिया मे खुदको खो देते है हर बार किसी एहसास कि पूँजी को मन मे रखकर आगे चलते रहते है हर किस्से को एहसास कि अलग रोशनी के संग एहसास देकर चलते रहते है हर कदम को अलग किनारों कि आस हम देकर आगे बढते है हर किस्से पर हम अल्फाज को अलग पन्नों से पढकर हम खुशियाँ देकर चलते है।
हर बार लब्ज कुछ एहसास मे कम से लगते है पर फिर भी मन के धागों को अलग किनारे देकर हम जोडकर चलते है हर मुश्किल को किसी दास्तान कि दुआएँ देकर मुस्कान बनाते है हर बार लम्हों को अलग लहरों से जोडकर अलग दास्तान देकर चलते है जो जीवन मे कई रंगों को अलग नजारे देकर बढते है जो जीवन मे कई रंगों को अलग पहचान देकर बढते है जो हर मौके को अलग किस्से हर पल के साथ देकर चलते है।
हर बार लब्ज कुछ किनारों कि उम्मीद मे अधूरे से लगते है पर फिर भी मन के आशाओं के  अलग तराने आगे चलते है हर किस्से को किसी एहसास कि पूँजी देकर किनारे आगे चलते है जो जीवन मे हर अल्फाज को आशाओं कि दास्तान देकर चलते है जो जीवन मे कई एहसासों को समझ देकर आगे बढते है जो जीवन मे कई एहसासों को अलग तराने देकर बढते है जो हर मोड को अलग इशारे हर मौके के साथ देकर चलते है।
हर बार लब्ज कुछ जज्बात मे कम से लगते है पर फिर भी मन के तरानों के संग सपने कुछ ऊपर उडते हुए चलते है हर बार मन के किनारे कोई अलग रंगों कि सुबह को अलग एहसास देकर चलते है हर मोड को अलग किनारों से हम हर मौके पर जीवन मे अलग कहानी को अलग मतलब देकर चलते है जो जीवन मे हर किस्से को अलग किरदारों के साथ अलग किनारे देकर चलते है जो जीवन मे हर इशारे देकर चलते है।
हर बार लब्ज कुछ दिशाओं मे कम से लगते है पर फिर भी मन के मजबूती से हम उन्हे हर पल परख देकर चलते है जो जीवन मे हर किस्से को अलग एहसासों के तराने देकर चलते है जो जीवन मे हर किस्से को अलग कदमों को अलग सुबह कि आस देकर चलते है जो जीवन मे हर मौके को अलग मोड से आवाज देकर चलते है जिनके संग कई किस्सों को जज्बात देकर चलते है जो जीवन मे हर किस्से को उम्मीद देकर चलते है।
हर बार लब्ज कुछ किनारों मे कम से लगते है पर फिर भी मन के सहारे साहील हम अक्सर देकर चलते है जो जीवन मे हर किस्से को अलग किनारों कि आस देकर चलते है जो जीवन मे हर मौके को अलग कहानियों को मतलब देकर चलते है जो जीवन मे कई रंगों को अलग एहसास देकर चलते है जो जीवन मे हर कदम को अलग तराने देकर चलते है जिसे हम हर मौके से आगे लेकर उम्मीद देकर चलते है।
हर बार लब्ज कुछ कदमों मे कम से लगते है पर फिर भी मन के पतंग से हम हर मौके को अलग एहसास देकर चलते है जो जीवन मे हर किस्से को अलग किनारों कि आस देकर चलते है हर बार हम किनारों से हर मौके को अलग एहसास देकर चलते है जिनमे एहसासों को अलग पहचान देकर चलते है जो जीवन मे हर बार कदमों को अलग ताकत देकर चलते है जो जीवन मे हर मौके को अलग एहसास देकर चलते है। 

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