Wednesday 2 November 2022

कविता. ४६१३. इशारों कि सौगात अक्सर।

                                   इशारों कि सौगात अक्सर।

इशारों कि सौगात अक्सर अंदाजों कि सरगम सुनाती है लम्हों कि समझ से अरमानों को पुकार दिलाती है लहरों को नजारों कि पहचान देती है।

इशारों कि सौगात अक्सर अल्फाजों कि मुस्कान सुनाती है कदमों कि आहट से आशाओं को सरगम दिलाती है इरादों को अदाओं कि पहचान देती है।

इशारों कि सौगात अक्सर किनारों कि सोच सुनाती है तरानों कि सुबह से सपनों को कोशिश दिलाती है बदलावों को दिशाओं कि पहचान देती है।

इशारों कि सौगात अक्सर इरादों कि सुबह सुनाती है एहसासों कि रोशनी से जज्बातों को परख दिलाती है अफसानों को अल्फाजों कि पहचान देती है।

इशारों कि सौगात अक्सर कदमों कि आहट सुनाती है उम्मीदों कि आस से खयालों को सोच दिलाती है अंदाजों को दास्तानों कि पहचान देती है।

इशारों कि सौगात अक्सर नजारों कि पुकार सुनाती है आशाओं कि समझ से अदाओं को बदलाव दिलाती है कदमों को आवाजों कि पहचान देती है।

इशारों कि सौगात अक्सर इशारों कि सुबह सुनाती है अंदाजों कि आवाज से राहों को आहट दिलाती है लम्हों को खयालों कि पहचान देती है।

इशारों कि सौगात अक्सर उजालों कि सोच सुनाती है तरानों कि परख से अफसानों को आवाज दिलाती है लहरों को दास्तानों कि पहचान देती है।

इशारों कि सौगात अक्सर लम्हों कि रोशनी सुनाती है किनारों कि सोच से कदमों को आस दिलाती है अफसानों को किनारों कि पहचान देती है।

इशारों कि सौगात अक्सर एहसासों कि मुस्कान सुनाती है नजारों कि बदलाव से लम्हों को खयाल दिलाती है आशाओं को इरादों कि पहचान देती है।

No comments:

Post a Comment

कविता. ५१६६. कोशिश की कहानी अक्सर।

                              कोशिश की कहानी अक्सर। कोशिश की कहानी अक्सर अरमानों की पुकार सुनाती है दास्तानों को एहसासों की रोशनी सौगात दिला...