Saturday 18 November 2023

कविता. ४९९४. उम्मीदों संग आशाओं की।

                            उम्मीदों संग आशाओं की।

उम्मीदों संग आशाओं की मुस्कान सहारा देती है कदमों को अदाओं की पहचान इरादा देती है किनारों को सपनों की मुस्कान कोशिश देती है।

उम्मीदों संग आशाओं की रोशनी सहारा देती है राहों को अल्फाजों की आस कहानी देती है अरमानों को दिशाओं की समझ कोशिश देती है।

उम्मीदों संग आशाओं की सरगम सहारा देती है अदाओं को नजारों की सुबह परख देती है इशारों को अंदाजों की आहट कोशिश देती है।

उम्मीदों संग आशाओं की सोच सहारा देती है किनारों को उजालों की पुकार अदा देती है नजारों को एहसासों की सोच कोशिश देती है।

उम्मीदों संग आशाओं की तलाश सहारा देती है खयालों को अंदाजों की उमंग तराना देती है अल्फाजों को दास्तानों की कहानी कोशिश देती है।

उम्मीदों संग आशाओं की समझ सहारा देती है नजारों को खयालों की सरगम आवाज देती है जज्बातों को कदमों की सौगात कोशिश देती है।

उम्मीदों संग आशाओं की आस सहारा देती है आवाजों को राहों की पहचान परख देती है एहसासों को बदलावों की मुस्कान कोशिश देती है।

उम्मीदों संग आशाओं की आहट सहारा देती है अंदाजों को सपनों की सुबह सरगम देती है उजालों को इशारों की समझ कोशिश देती है।

उम्मीदों संग आशाओं की आवाज सहारा देती है अफसानों को इशारों की कहानी तलाश देती है लम्हों को अदाओं की पुकार कोशिश देती है।

उम्मीदों संग आशाओं की पहचान सहारा देती है उजालों को अंदाजों की रोशनी अरमान देती है नजारों को इरादों की सरगम कोशिश देती है।

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