Wednesday 29 November 2023

कविता. ५००५. उजालों को सपनों की।

                                  उजालों को सपनों की।

उजालों को सपनों की आस एहसास दिलाती है कदमों को अदाओं की समझ सरगम सुनाती है जज्बातों को अरमानों की पुकार पहचान देकर जाती है।

उजालों को सपनों की सुबह कोशिश दिलाती है लहरों को इशारों की सौगात तलाश सुनाती है नजारों को दिशाओं की उमंग पहचान देकर जाती है।

उजालों को सपनों की सोच अफसाना दिलाती है किनारों को अल्फाजों की मुस्कान आहट सुनाती है आवाजों को अदाओं की परख पहचान देकर जाती है।

उजालों को सपनों की राह अरमान दिलाती है जज्बातों को अंदाजों की आस बदलाव सुनाती है दिशाओं को आशाओं की सोच पहचान देकर जाती है।

उजालों को सपनों की रोशनी अल्फाज दिलाती है आशाओं को लहरों की उम्मीद खयाल सुनाती है इशारों को लम्हों की कोशिश पहचान देकर जाती है।

उजालों को सपनों की आहट तराना दिलाती है नजारों को खयालों की समझ आस सुनाती है बदलावों को दिशाओं की सोच पहचान देकर जाती है।

उजालों को सपनों की लहर अहमियत दिलाती है दास्तानों को अदाओं की सुबह परख सुनाती है कदमों को अरमानों की पुकार पहचान देकर जाती है।

उजालों को सपनों की लम्हा आवाज दिलाती है दिशाओं को अंदाजों की सोच अफसाना सुनाती है इशारों को जज्बातों की मुस्कान पहचान देकर जाती है।

उजालों को सपनों की उमंग अरमान दिलाती है तरानों को उम्मीदों की कहानी सरगम सुनाती है खयालों को इरादों की आस पहचान देकर जाती है।

उजालों को सपनों की समझ पुकार दिलाती है अरमानों को दिशाओं की कोशिश सौगात सुनाती है किनारों को एहसासों की आहट पहचान देकर जाती है।

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