Friday 24 November 2023

कविता. ५०००. उजालों को लम्हों की।

                              उजालों को लम्हों की।

उजालों को लम्हों की सरगम पहचान दिलाती है कदमों को अदाओं की सुबह खयाल सुनाती है दिशाओं को आवाजों से तलाश दिलाती है।

उजालों को लम्हों की सौगात तराना दिलाती है अंदाजों को बदलावों की मुस्कान कोशिश सुनाती है लहरों को इशारों से तलाश दिलाती है।

उजालों को लम्हों की आस अरमान दिलाती है एहसासों को उम्मीदों की कहानी आहट सुनाती है किनारों को अल्फाजों से तलाश दिलाती है।

उजालों को लम्हों की सोच अफसाना दिलाती है आशाओं को अंदाजों की परख अरमान सुनाती है जज्बातों को तरानों से तलाश दिलाती है।

उजालों को लम्हों की आवाज पुकार दिलाती है जज्बातों को तरानों की सौगात अल्फाज सुनाती है इशारों को सपनों से तलाश दिलाती है।

उजालों को लम्हों की कोशिश रोशनी दिलाती है खयालों को इशारों की समझ सरगम सुनाती है किनारों को उम्मीदों से तलाश दिलाती है।

उजालों को लम्हों की बदलाव आवाज दिलाती है नजारों को कदमों की आहट समझ सुनाती है एहसासों को इरादों से तलाश दिलाती है।

उजालों को लम्हों की उमंग सपना दिलाती है आवाजों को अंदाजों की उम्मीद अरमान सुनाती है अफसानों को दिशाओं से तलाश दिलाती है।

उजालों को लम्हों की राह परख दिलाती है इशारों को दास्तानों की कोशिश अहमियत सुनाती है अल्फाजों को अरमानों से तलाश दिलाती है।

उजालों को लम्हों की आस कोशिश दिलाती है लहरों को आशाओं की मुस्कान इरादा सुनाती है आवाजों को राहों से तलाश दिलाती है।

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