Tuesday 7 November 2023

कविता. ४९८३. अरमानों को सपनों की।

                             अरमानों को सपनों की।

अरमानों को सपनों की आस तलाश दिलाती है तरानों को अदाओं की समझ सुबह दिलाती है किनारों को सपनों की आहट सुनाती है।

अरमानों को सपनों की कोशिश दास्तान दिलाती है नजारों को खयालों की अदा अहमियत दिलाती है जज्बातों को अंदाजों की आहट सुनाती है।

अरमानों को सपनों की उमंग एहसास दिलाती है अंदाजों को बदलावों की मुस्कान आवाज दिलाती है लहरों को इशारों की आहट सुनाती है।

अरमानों को सपनों की राह अल्फाज दिलाती है लम्हों को लहरों की आहट पहचान दिलाती है आशाओं को बदलावों की आहट सुनाती है।

अरमानों को सपनों की समझ उमंग दिलाती है उम्मीदों को इरादों की सोच अफसाना दिलाती है अल्फाजों को उजालों की आहट सुनाती है।

अरमानों को सपनों की रोशनी सहारा दिलाती है खयालों को अंदाजों की परख अदा दिलाती है आवाजों को अदाओं की आहट सुनाती है।

अरमानों को सपनों की सोच सरगम दिलाती है दास्तानों को एहसासों की कहानी आवाज दिलाती है अंदाजों को इरादों की आहट सुनाती है।

अरमानों को सपनों की अदा किनारा दिलाती है आवाजों को उजालों की सौगात तलाश दिलाती है नजारों को इशारों की आहट सुनाती है।

अरमानों को सपनों की उम्मीद सुबह दिलाती है लहरों को इशारों की सोच अफसाना दिलाती है लम्हों को दास्तानों की आहट सुनाती है।

अरमानों को सपनों की परख एहसास दिलाती है अदाओं को तरानों की राह इशारा दिलाती है इरादों को उम्मीदों की आहट सुनाती है।

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